नई दिल्ली । देश के बैंकों की शीर्ष नियामक संस्था भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सरकारी बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक को बड़ी राहत दी है। आरबीआई ने इंडियन ओवरसीज बैंक को प्राम्प्ट करेक्टिव एक्शन फ्रेमवर्क यानी पीसीए फ्रेमवर्क से बाहर करने का फैसला किया है। पीसीए फ्रेमवर्क की लिस्ट में शामिल बैंकों पर आरबीआई कई तरह की पाबंदियां लगा देता है। ऐसे बैंकों को नए लोन बांटने, शाखाएं खोलने, डिविडेंड देने सहित कारोबार से संबंधित कई तरह की पांबदी लग जाती है। पीसीए फ्रेमवर्क की लिस्ट से बाहर आने के बाद इंडियन ओवरसीज बैंक से अब यह पाबंदियां हट गई है। हाल ही में आरबीआई ने सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक को भी पीसीए फ्रेमवर्क की बंदिशों से बाहर किया था। आरबीआई की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बोर्ड ऑफ फाइनेंशियल सुपरविजन ने इंडियन ओवरसीज बैंक के कामकाज को रिव्यू किया है। 31 मार्च 2021 को जारी नतीजे के मुताबिक, बैंक ने पीसीए पैरामीटर का उल्लंघन नहीं किया है।
आरबीआई ने आगे कहा, 'ऐसे में इंडियन ओवरसीज बैंक को अब पीसीए फ्रेमवर्क से बाहर निकाला जाता है। बयान में कहा गया कि इंडियन ओवरसीज बैंक ने लिखित में कहा कि वह रेग्युलेटरी संबंधी सभी नियमों को ध्यान में रखेगी। सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंक पिछले कुछ सालों से आरबीआई की पीसीए फ्रेमवर्क लिस्ट में थे। हालांकि अब एक-एक कर वो इस लिस्ट से बाहर हो रहे हैं। फिलहाल सिर्फ एक सरकारी बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया इस लिस्ट के तहत है। इंडियन ओवरसीज बैंक पर अक्टूबर 2015 में पीसीए फ्रेमवर्क लिस्ट में शामिल हुआ था, जिसके बाद इस पर कई तरह की पाबंदिया लगी थीं।
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रिजर्व बैंक ने इंडियन ओवरसीज बैंक पर लगी पाबंदियां हटाई