नई दिल्ली । कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर से पंजाब के पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता को अपनी ही पार्टी की सरकार से बदलने की जोरदार मांग की है। सिद्धू ने ट्वीट किया कि "डीजी और एजी की नियुक्ति पीड़ित लोगों के जख्मों पर नमक है। उन्हें बदला जाना चाहिए।" चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पर पुलिस महानिदेशक और राज्य के महाधिवक्ता को बदलने के लिए दबाव डालने वाले उनके ट्वीट से संकेत साफ है कि वे इन महत्वपूर्ण नियुक्तियों से नाखुश हैं। नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चन्नी की बैठक के तीन दिन बाद बात सामने आई है कि राज्य सरकार के सभी बड़े फैसलों पर परामर्श के लिए एक समन्वय पैनल स्थापित किया गया था। नवजोत सिंह सिद्धू ने आज ट्वीट किया कि "न्याय की मांग और नशीली दवाओं के अवैध धंधे के मुख्य दोषियों की गिरफ्तारी के लिए 2017 में हमारी सरकार सत्ता में आई लेकिन उद्देश्य से भटकने पर सीएम को हटना पड़ा। अब एजी और डीजी नियुक्तियां पीड़ितों के घावों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है, उन्हें तत्काल हटाया जाना चाहिए, क्या हमारे पास कोई चेहरा नहीं है! कुछ दिन पहले भी पंजाब कांग्रेस प्रमुख से इस्तीफा देते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और "दागी" नेताओं की नियुक्ति पर सवाल उठाए थे। सिद्धू वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को हटाने की मांग कर रहे हैं। जिन्हें पंजाब के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सहोता तत्कालीन अकाली दल सरकार द्वारा 2015 में गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख बने रहे हैं। वहीं, क्रिकेटर से राजनेता बने ए एस देओल को राज्य का नया महाधिवक्ता नियुक्त करने पर भी सिद्धू सवाल उठा रहे हैं। देओल 2015 में पुलिस फायरिंग की घटनाओं के बाद पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी के वकील थे। शनिवार को सिद्धू ने कहा था कि वह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े रहेंगे चाहे उनके पास कोई पद हो या नहीं.
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नवजोत सिद्धू के एक और ट्वीट से इरादे साफ सीएम चन्नी से अपनी बात पर अभी भी अड़े