अमेरिकी शोधकर्ताओं की माने तो कृत्रिम रोशनी आपके मेटाबॉलिज्म पर असर डालती है जिससे वजन बढ़ता है, मोटापा बढ़ता है और कई दूसरी तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। अध्ययनकर्ताओं को पता चला है कि रात को कृत्रिम रोशनी यानी आर्टिफिशल लाइट में सोने वाले लोगों खासकर महिलाओं में मोटापा बढ़ने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। अध्ययन के नतीजे पुख्ता सबूत तो नहीं हैं लेकिन इस बात की ओर इशारा जरूर करते हैं कि रात के वक्त रोशनी के एक्सपोजर में रहने से सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंच सकता है। इस अध्ययन में रात को सोते समय कृत्रिम रोशनी और महिलाओं का वजन बढ़ने के बीच संबंध का पता लगाया गया है। शोध के नतीजों से निष्कर्ष निकला कि सोते समय लाइट बंद करने से महिलाओं के मोटे होने की संभावना कम हो सकती है। इस स्टडी के लीड ऑथर डेल सैंडलर कहते हैं, पारंपरिक रूप से देखा जाए तो हमें रात के वक्त अंधेरे में ही सोना चाहिए। इस बात पर ध्यान देना बेहद जरूरी है वरना सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हर दिन रोशनी और अंधेरे में हमारा शरीर जब होता है तो उसी के हिसाब से शरीर का बॉडी क्लॉक 24 घंटे के लिए काम करता है। इस दौरान शरीर का मेटाबॉलिज्म, नींद को बढ़ावा देने वाले हॉर्मोन, ब्लड प्रेशर और दूसरी क्रियाएं भी सही तरीके से काम करती हैं। एक नहीं बल्कि कई रिसर्च और स्टडी में यह बात साबित हो चुकी है कि अगर सोने और जगने का साइकल गड़बड़ हो जाए तो इससे न सिर्फ आपकी सेहत खराब होती है बल्कि ब्लड प्रेशर, डायबीटीज, डिप्रेशन, हार्ट डिजीज और मोटापे जैसी खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं। इस नई स्टडी में पाया गया कि रात में हल्की-सी रोशनी में सोने से वजन नहीं बढ़ता लेकिन जो लोग खासतौर पर महिलाएं अगर कृत्रिम रोशनी या टीवी ऑन करके छोड़ देती हैं और उसकी रोशनी में सोती हैं उनका 5 केजी वजन बढ़ने की संभावना 17 फीसदी होती है। अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने सिस्टर स्टडी में 43 हजार 722 महिलाओं के प्रश्नावली डेटा का इस्तेमाल किया जिसमें ब्रेस्ट कैंसर और अन्य बीमारियों के लिए खतरे वाली चीजों का अध्ययन किया गया। प्रश्नावली में यह पूछा गया कि क्या महिलाएं बिना किसी रोशनी, हल्की-सी रोशनी, कमरे के बाहर से आ रही रोशनी या कमरे में टीवी की रोशनी में सोती हैं। इस सूचना का इस्तेमाल कर वैज्ञानिक मोटापे और रात में कृत्रिम रोशनी में सोने वाली महिलाओं के वजन बढ़ने के बीच संबंध का अध्ययन कर पाए।