नई दिल्ली । कोरोना वायरस संकट के दूसरे चरण के बाद लोगों के क्रेडिट कार्ड से खर्च करने की रफ्तार बढ़ी है। अगर बात इस साल की दूसरी तिमाही में क्रेडिट कार्ड से खर्च करने की करें तो जुलाई सितंबर 2021 की अवधि में लोगों ने दो लाख करोड रुपए से अधिक के क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन किए हैं। पेमेंट उद्योग के अधिकारियों के मुताबिक सितंबर में क्रेडिट कार्ड से किया गया ट्रांजैक्शन अगस्त के आंकड़ों को पार कर गया है जबकि पूरी तिमाही के लिए क्रेडिट कार्ड का ट्रांजैक्शन 2,00,000 करोड रुपये से अधिक रहा है। बैंकों को उम्मीद है कि लोगों के क्रेडिट कार्ड से खर्च करने का यह ट्रेंड आगे भी जारी रह सकती है। वह ऑनलाइन और ऑफलाइन सेल्स के लिए अपनी स्कीम को कोर्डिनेट करने में जुटे हैं। इसके साथ ही देश में अब ट्रेवल और हॉस्पिटैलिटी कारोबार खुल रहा है और इससे भी बैंकों को काफी मदद मिलने की उम्मीद है।बैंकों का कहना है कि इस साल अक्टूबर में कार्ड से किया जाने वाला खर्च रिकॉर्ड पर पहुंचकर 80000 करोड रुपए को पार कर सकता है। कोरोना संकट के पहले चरण में क्रेडिट कार्ड से खर्च में काफी कमी आई थी। मार्च 2020 से दिसंबर 2020 की अवधि में एबिट कार्ड से खर्च बढ़ गया था जबकि क्रेडिट कार्ड से खर्च में कमी आई थी। क्रेडिट कार्ड से खर्च बढ़ने के पीछे एक बड़ी वजह तो यह है कि लोगों की खरीद का का एवरेज साइज बढ़ा है। अब लोग ज्यादा महंगे प्रोडक्ट की शॉपिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही छोटे शहरों में पॉइंट ऑफ सेल टर्मिनल की संख्या काफी बढ़ी है। इसके साथ ही कंपनी अगले 1 महीने में 30,000 से अधिक टर्मिनल लगाने की योजना बना रही है। कई कंपनियों ने बाय नाउ पे लेटर स्कीम शुरू किया है और इसकी वजह से लोगों की खरीदारी का औसत साइज काफी बढ़ा है।
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क्रेडिट कार्ड से छह महीने में लोगों ने किए दो लाख करोड़ के ट्रांजैक्शन