नई दिल्ली । साल 2022 मोदी सरकार ही नहीं बल्कि भारत के लिए खुशियों भरा साबित होगा। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर पूरी दुनिया भर में भारत की कामयाबी का डंका बज सकता है। कोरोना काल में जीडीपी में सबसे बड़ी गिरावट झेलने वाले भारत की ग्रोथ रेट 2022 में अमेरिका, चीन, जापान, रूस जैसे देशों से धिक होगी। ऐसा अनुमान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने लगाया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा जारी ताजा अनुमानों के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था के वर्ष 2021 में 9.5 प्रतिशत और 2022 में 8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। वर्ष 2022 में भारत की ग्रोथ रेट चीन के 5.6%, अमेरिका के 5.2%, जापान के 3.2%, रूस के 2.9% से कहीं अधिक है। गौरतलब है कि अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी। आईएमएफ के ताजा विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) में भारत के वृद्धि अनुमानों को इस साल जुलाई में जारी अपने पिछले अनुमान पर स्थिर रखा गया है, हालांकि यह अप्रैल के अनुमानों के मुकाबले 1.6 प्रतिशत कम है। अमेरिका के इस साल छह फीसदी और अगले साल 5.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। इन पुर्वानुमानों के मुताबिक चीन की अर्थव्यवस्था 2021 में आठ प्रतिशत और 2022 में 5.6 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले जारी ताजा डब्ल्यूईओ के अनुसार 2021 में पूरी दुनिया की वृद्धि दर 5.9 प्रतिशत और 2022 में 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा कि उनके जुलाई के पूर्वानुमान की तुलना में 2021 के लिए वैश्विक वृद्धि अनुमान को मामूली रूप से संशोधित कर 5.9 प्रतिशत कर दिया गया है और 2022 के लिए यह 4.9 प्रतिशत पर यथावत है।
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2022 में मोदी सरकार की कामयाबी का बज सकता है दुनिया भर में डंका