नई दिल्ली । यूपी में बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को भरने की कोशिशों के बीच उ.प्र. पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने सोमवार को राज्य के ग्रामीण, तहसील और बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों में भी भरपूर बिजली की आपूर्ति की। कटौती तो दूर हर जगह निर्धारित शिड्यूल से डेढ़ से दो घंटे तक अधिक बिजली दी गई। दूसरी तरफ राज्य विद्युत उत्पादन निगम के उत्पादन गृह, प्रदेश को बिजली देने वाले निजी घराने और एनटीपीसी के उत्पादन गृहों के उत्पादन में किसी ठोस सुधार की सूचना नहीं है। राज्य को बिजली देने वाले उत्पादन गृहों द्वारा बिजली का उत्पादन कम किए जाने से कारपोरेशन को लगातार तीसरे दिन भी बिजली खरीदनी पड़ी। अतिरिक्त बिजली खरीद का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। शनिवार की रात को 2.0 करोड़ तथा रविवार की रात को 8.7 करोड़ रुपये की अतिरिक्त बिजली खरीदी गई थी। मांग के सापेक्ष आपूर्ति के लिए सोमवार को 10.88 करोड़ रुपये की बिजली खरीदनी पड़ी। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य में रात को बिजली कटौती बंद करने का निर्देश देने के बाद पावर कारपोरेशन प्रबंधन उनके आदेशों के पालन में लग गया है। कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने सभी वितरण कंपनियों को निर्देश जारी किया है कि रात में शहर से लेकर गांव तक कहीं भी बिजली ना काटी जाए। यदि किसी तकनीकी दिक्कत से बिजली काटनी पड़ रही है तो उसका पूरा विवरण कारपोरेशन को दिया जाए। यह आदेश उन्होंने मंगलवार को जारी किया। हालांकि सीएम के आदेश के बाद भी सोमवार की रात को राज्य में कई जगह बिजली काटे जाने की सूचना भी है। कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज के मुताबिक 11 अक्तूबर को राज्य में बिजली की आपूर्ति बहुत बेहतर रही। अधिकतम मांग के सापेक्ष बिजली की आपूर्ति की गई। सोमवार को राज्य में कहीं भी बिजली कटौती नहीं की गई। जिला मुख्यालयों व महानगरों को तय शिड्यूल के मुताबिक बिजली देने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक बिजली दी गई।
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कोयला संकट के बीच यूपी ने खरीदी 10.88 करोड़ रुपये की अतिरिक्त बिजली