मेरठ । लखीमपुर कांड में गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सोमवार को छह घंटे रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया गया है। सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक वेस्ट यूपी के हर जिले में विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों को रोकने का भाकियू ने कार्यक्रम घोषित किया है। इसके चलते शासन ने पुलिस-प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। मेरठ जोन के एडीजी राजीव सब्बरवाल मेरठ और आसपास, मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार को गाजियाबाद और यूपी बार्डर की जिम्मेदारी दी गई है। अन्य जिलों में भी पुलिस-प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। भाकियू के निवर्तमान जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी के अनुसार परतापुर, मेरठ कैंट, कंकरखेड़ा, मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन चलेगा। जिला प्रवक्ता बबलू जिटौली के अनुसार जिलाध्यक्ष के साथ कार्यकर्ता कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के नीचे रेल लाइन पर धरना देंगे। देशव्यापी रेल रोको अभियान के तहत मुजफ्फरनगर, खतौली व बुढ़ाना ब्लॉक रेलवे स्टेशन व शाहपुर ब्लॉक, मंसूपुर रेलवे स्टेशन, रोहाना में रेल रोको कार्यक्रम होगा। हापुड़ जिले के समस्त कार्यकर्ताओं को सूचना दी गई है कि सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर गढ़मुक्तेश्वर में रेल रोको कार्यक्रम में शामिल हों। भाकियू कार्यकर्ताओं को सुबह 10.30 बजे तक गढ़मुक्तेश्वर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने को कहा गया है। अन्य जिलों में भी भाकियू कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को संदेश दिया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से कृषि कानूनों को लेकर वर्ष 2021 में रेल रोकने का ऐलान दूसरी बार किया गया है। इससे पूर्व 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन का कार्यक्रम हुआ था। तब पंजाब, हरियाणा में व्यापक असर हुआ। पश्चिम उत्तर प्रदेश में दोपहर 12 बजे से चार बजे तक चार घंटे का आंदोलन था। इस बार सुबह 10 से शाम चार बजे तक छह घंटे का आंदोलन है। रेल रोको आंदोलन के चलते सभी स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मेरठ के सिटी और कैंट रेलवे स्टेशन, दौराला, सकौती और परतापुर रेलवे स्टेशन पर आरएएफ की टुकड़ी तैनात हैं। कैंट स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। किसानों का धरना प्रदर्शन सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक रहेगा, जिसके चलते मेरठ से गुजरने वाली उज्जैन एक्सप्रेस, गोल्डन टेंपल एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस और मेरठ-अंबाला इंटरसिटी एक्सप्रेस प्रभावित हो सकती है। धरना-प्रदर्शन के चलते ट्रेनों का टाइम टेबल भी प्रभावित होगा।
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संयुक्त किसान मोर्चा का रेल रोको आंदोलन प्रशासन अलर्ट