नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह को जातिगत टिप्पणी के एक मामले में गिरफ्तारी के तत्काल बाद ही अंतरिम जमानत मिल गयी। इस मामले में युवराज से करीब तीन घंटे तक पूछताछ भी हुई। गौरतलब है कि युवराज के खिलाफ जातिगत टिप्पणी को एक मामला सामाजिक कार्यकर्ता रजत कलसन ने दर्ज करवाया था कलसन ने यह भी कहा कि पुलिस ने युवराज को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया। वहीं युवराज के वकील पुनीत बाली ने कोर्ट में कहा था कि उक्त बातचीत दोस्तों के बीच हुई थी। इसका मकसद किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
यह मामला पिछले साल का है, जब युवराज और भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा सोशल मीडिया पर बात कर रहे थे। इंस्टाग्राम पर हुई इस बातचीत के दौरान स्पिनर युजवेंद्र चहल की बात करते हुए युवराज ने हंसी मजाक में एक जातिसूचक टिप्पणी की थी पर जर युवराज की कड़ी आलोचना हुई। वहीं युवराज ने इसवर माफी मांग ली थी।युवराज ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा था कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं कभी भी जाति, रंग, वर्ण आदि को देखकर किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करता हूं। मैंने अपना जीवन लोगों की भलाई में दिया है और आज भी यह जारी है। मैं हर व्यक्ति के गौरव और सम्मान में विश्वास करता हूं। साथ ही कहा कि मेरी बात को गलत तरीके से पेश किया गया।
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युवराज को गिरफ्तारी के बाद मिली अंतरिम जमानत