निजी इक्विटी निवेशक ब्लैकस्टोन ग्रुप, एपैक्स पार्टनर्स और वारबर्ग पिनकस यस बैंक में 50 से 75 करोड़ डॉलर के बीच निवेश करने की योजना बना रही है। हालांकि ये तीनों कंपनियाँ बैंक की इक्विटी में निवेश करने से पहले दबावग्रस्त ऋण खातों की जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं। जानकारों का मानना है कि पूंजी निवेश से यस बैंक को निवेशकों का भरोसा बढ़ाने और भविष्य में होने वाले घाटों को सहन करने में सहायता मिलेगी। दरअसल बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बैलेंस शीट की सफाई कर रहे हैं, जिससे जनवरी-मार्च की तिमाही में बैंक को 1,506 करोड़ रुपए का घाटा सामने आया है। यस बैंक की दबावग्रस्त संपत्तियों में आईएलएंडएफएस की विशेष उद्देश्य इकाइयों (एसपीवी) में 2,600 करोड़ रुपये का एक्सपोजर शामिल है।