एक्सपटर्स डाक्टरों का मानना है कि सीमन एक सेमिनल फ्लूइड होता है जो मेल सेक्शुअल ऑर्गन से प्रड्यूस होता है और फर्टलाइजेशन में मदद करता है। कई लोग समझते हैं कि सीमन में सिर्फ स्पर्म होता है और इसका काम सिर्फ प्रजनन में मदद करना होता है,लेकिन इससे जुड़ी कई ऐसी रोचक बातें हैं जो शायद ही कोई जानता हो। माना जाता है कि स्पर्म और सीमन कई दिनों तक जिंदा रह सकते हैं, लेकिन यह सच नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार, इजैक्युलेशन के वक्त करीब 500 मिलियन स्पर्म रिलीज होते हैं, लेकिन उनमें से कई स्पर्म घंटेभर में ही खत्म हो जाते हैं। सीमन फर्टिलिटी को बढ़ाने में भी कारगर माना गया है। जानकारी के अनुसार, सीमन में स्पर्माइन नाम का कंपाउड होता है जो ऐंटी-ऑक्सिडेंट भी होता है। माना जाता है कि यह कंपाउड स्किन से रिंकल्स और फाइन लाइनों को हटाने के अलावा स्किन को ग्लोइंग भी बनाता है। स्पर्म के इस्तेमाल से नॉर्वे की एक कंपनी एक फेशल क्रीम भी बनाई थी। सीमन ड्रिपेशन दूर करने में भी मदद करता है। 2012 की एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने बताया कि इसमें एस्ट्रोजन और ऑक्सिटोसिन जैसे मूड सुधारने वाले तत्व और प्रोलैक्टिन जैसे ऐंटी-डिप्रेसन्ट होने की वजह से यह अवसाद को दूर करने में मदद करता है। कुछ साल पहले आई एक रिसर्च के मुताबिक, सीमन में प्रोटीन मौजूद होता है जो महिलाओं के ब्रेन को हॉर्मोनल सिग्नल भेजता है। इस सिग्नल की वजह से ओवरी ऐक्टिवेट हो जाती हैं और उनसे अंडे रिलीज होते हैं। सीमन स्किन को भी खूबसूरत बनाने में मददगार माना गया है।