वाशिंगटन । अमेरिकी कंपनी फाइजर-बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन का बूस्टर शॉट संक्रमण से 95.6 फीसदी सुरक्षा देती है। कंपनी के नए अध्ययन में यह जानकारी दी गई है। अध्ययन के लिए कंपनी ने 16 साल से ज्यादा उम्र के 10 हजार लोगों पर 11 महीने तक ट्रायल किया। इस ट्रायल में सामने आया है कि फाइजर वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद 84 फीसदी और तीसरा (बूस्टर) डोज लेने के बाद संक्रमण से 95.6 फीसदी तक बचा जा सकता है।
फाइजर-बायोएनटेक ने कहा जब डेल्टा वेरिएंट दुनिया में तेजी से फैल रहा था, उस समय लोगों पर परीक्षण किया गया था। कंपनी के सीईओ अल्बर्ट बौर्ला ने कहा ट्रायल के रिजल्ट से पता चलता है कि बूस्टर शॉट लेने के बाद संक्रमण से अच्छी तरह से सुरक्षित रहा जा सकता है। कई देश अपने नागरिकों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कोरोना वैक्सीन के बूस्टर शॉट लगाना शुरू कर चुके हैं। अमेरिका का फेडरल फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) सितंबर में ही वैक्सीन का बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दे चुका है। अभी वहां सिर्फ 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और हाई रिस्क वाले लोगों को ही बूस्टर डोज दिया जा रहा है।
यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने अक्टूबर की शुरुआत में ही 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज देने की अनुमति दे दी है। यूरोप में ईएमए को छूट दी गई है कि वे जिस एज ग्रुप के लोगों को चाहें, उन्हें पहले बूस्टर डोज दें। वहीं, इजराइल ने अपनी मेडिकल अथॉरिटीज को 12 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को बूस्टर डोज लगाने को कहा है।
वर्ल्ड
फाइजर-बायोएनटेक के बूस्टर शॉट से कोरोना से मिलती है 95.6 फीसदी तक सुरक्षा -कंपनी ने 16 साल से ज्यादा उम्र के 10 हजार लोगों पर 11 माह तक किया ट्रायल