लंदन में युवाओं की कमी किस कदर है, यह साफ देखा जा सकता है। कई कंपनियों में बुजुर्ग काम कर रहे हैं। ब्रिटेन में 70 या उसके आसपास की उम्र वाले करीब 5 लाख बुजुर्ग कहीं न कहीं किसी काम से जुड़े हुए हैं। पिछले एक दशक में इन बुजुर्ग कर्मचारियों की संख्या दो गुना से ज्यादा बढ़ गई है। जॉब सॉइट रेस्ट लेस के मुताबिक 70 साल की उम्र वाले करीब 12 बुजुर्ग में से एक कहीं न कहीं पर कार्यररत है। जबकि एक दशक पहले यह संख्या 22 में से एक हुआ करती थी। संस्था ने 50 से ज्यादा उम्र वाले कर्मचारियों पर रिसर्च करती रहती है। लंदन में रिटायरमेंट के बाद काम करने का यह चलन पुरुषों और महिलाओं में समान रूप से है। ब्रिटेन में फिलहाल पुरुष और महिलाओं को सरकारी पेंशन के लिए 65 वर्ष का होना जरूरी है। अक्टूबर 2020 से इसे बढ़ाकर 66 साल करने की योजना है। सेंटर फॉर एजिंग बैटर के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर पैट्रिक थॉमसन के मुताबिक, बुजुर्ग कामगारों को मौके देने से संस्थाओं को अनुभवी कर्मचारी ढूंढऩे के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। वैसे भी ब्रेक्जिट की अनिश्चितता के चलते श्रम और कौशल पर बुरा असर हुआ है। इसलिए जरूरी है कि नियोक्ता फ्लैक्जिबल वर्किंग सिस्टम अपनाना चाहिए। निश्चित रूप से यह कारगर साबित होगा।