दुशाम्बे । रूस ने तालिबान की बढ़ती ताकत को रोकने के लिए तजाकिस्तान में सैन्य तैनाती बढ़ाने का ऐलान किया है। तजाकिस्तान में रूसी सैन्य अड्डे के प्रमुख कर्नल एवगेनी ओख्रीमेंको ने बताया कि हम नए हथियारों को तैनात करने जा रहे हैं। रूस का 201वां सैन्य अड्डा इस साल के अंत से पहले अपने पुराने लड़ाकू वाहनों को 30 उन्नत टी-72बी3एम टैंकों से बदल देगा। कर्नल ओख्रिमेंको ने कहा कि वर्तमान में, सैन्य अड्डे का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। हम कई तरह के मिलिट्री उपकरणों को तैनात करने जा रहे हैं। इस साल के अंत तक एडवांस कॉम्बेट स्पेशिफिकेशन के साथ 30 आधुनिक टी-72 बी3एम टैंकों को तजाकिस्तान में रूसी सैन्य अड्डे तक पहुंचा दिया जाएगा।
सैन्य कमांडर ने कहा कि बेस के मोटर राइफल डिवीजनों को हाल ही में उन्नत बीएमपी-2 आर्मर्ड कॉम्बेट व्हीकल से लैस किया जाएगा। कुछ दिन पहले ऐसी रिपोर्ट आई थी कि ताजिक आतंकी समूह तजाकिस्तान में घुसपैठ करने की फिराक में हैं। इसी पर रूस के एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा कि हम तजाकिस्तान की रक्षा करने के लिए तैयार हैं। ताजिक अफगानिस्तान में दूसरा सबसे बड़ा जातीय समूह है। इस समूह की आबादी तजाकिस्तान की सीमा के नजदीक काफी ज्यादा है।
रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पश्तून बहुल तालिबान ने एक विशेष ताजिक आतंकवादी समूह के साथ गठबंधन किया है। यह ताजिक आतंकी समूह इस समय तजाकिस्तान में घुसपैठ की योजना बना सकता है। ताजिक राष्ट्रपति इमोमाली रखमोन ने पहले तालिबान पर पंजशीर प्रांत की घेराबंदी के दौरान मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने तालिबान शासन को मान्यता देने से भी इनकार किया है। उप विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको ने कहा अगर जरूरी होगा तो तजाकिस्तान को (मास्को के नेतृत्व वाले) सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन ढांचे के भीतर और द्विपक्षीय रूप से आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। रुडेंको ने कहा वास्तव में ऐसी खबरें हैं कि तालिबान उत्तरी अफगानिस्तान में स्थिति को नियंत्रित नहीं कर सकता है।
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ताजिक आतंकी समूहों की घुसपैठ से सतर्क रूस ने तजाकिस्तान में बढ़ाई टैंकों व अन्य हथियारों की तैनाती