चंडीगढ़ । हरियाणा में रविवार को मौसम का मिजाज बदलने के साथ किसानों की मुश्किलें बढ़ गई।इस दौरान प्रदेश के अंबाला और यमुनानगर जिले में भारी बारिश हुई, वहीं, सिरसा फतेहाबाद नरवाना जींद कैथल, रोहतक, झज्जर, करनाल रेवाड़ी आदि जिलों में भी कहीं सामान्य, तब कही भारी बारिश हुई।जबकि यमुनानगर ओलावृष्टि से अभी तक कटाई की बाट जो रही खेतों में पकी खड़ी धान नीचे बिछ गई।इससे किसानों को नुकसान होने की संभावना है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश से मौसम में ठंडक बन गई। वहीं अनाज मंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ी हजारों क्विंटल धान भीग गई। मौसम में ठंडक बढ़ने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई।रविवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। मगर शाम चार बजे के करीब बारिश शुरू हो गई।
वहीं, प्रदेश की अनाज मंडियों में खुले में पड़ा हजारों क्विंटल धान बारिश में भीगने से किसानों को नुकसान होने की संभावना बन गई।किसानों ने अनाज मंडियों में इंतजाम नहीं होने का आरोप लगाया। रविवार को बारिश के साथ काफी देर तक ओलावृष्टि हुई।इससे खेतों में ओलों की सफेद चादर बिछ गई।धान की पकी फसल जमीन पर बिछी और काफी नुकसान हुआ है।वहीं, मौसम में ठंड घुल गई।न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तक आ गया।मौसम विभाग के अनुसार अब यह हर दिन कम होगा।उधर, देर रात तक बारिश का मौसम बना हुआ था।
रीजनल नार्थ
बारिश और ओलावृष्टि से धान की फसल को नुकसान, किसान परेशान