जेनेवा । कोविड-19 के घातक वायरस से बचाव के लिए चल रहे वैश्विक टीकाकरण अभियान के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि उपलब्ध स्वास्थ्य उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग कर कोरोना महामारी को जल्द से जल्द खत्म किया जा सकता है, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। संगठन का कहना है कि सभी देश स्वास्थ्य उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनाम घेब्रेयसस ने रविवार को बर्लिन में विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एक हफ्तेभर में करीब 50 हजार लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इस तरह हम कोरोना महामारी को खत्म करने में काफी लंबा समय लग जाएगा।
उन्होंने कहा, 'महामारी समाप्त हो जाएगी जब दुनिया इसे समाप्त करना चाहेगी। यह हमारे हाथ में है। हमारे पास प्रभावी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपकरण और प्रभावी चिकित्सा उपकरण मौजूद हैं, लेकिन दुनिया ने उन उपकरणों का अच्छी तरह से उपयोग नहीं किया है। एक हफ्ते में लगभग 50,000 मौतों के आंकड़े के साथ, महामारी खत्म होने से बहुत दूर है।'
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने बताया कि जी20 देशों की 40 फीसद आबादी सक्रिय कोवैक्स तंत्र और अफ्रीकी वैक्सीन अधिग्रहण ट्रस्ट (एवीएटी) के तहत वैक्सीनेट हो चुकी है। रविवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने दुनिया भर में कोरोना टीकों का उचित वितरण सुनिश्चित करने के लिए जी20 देशों से आठ अरब अमरीकी डालर एकत्र करने में मदद करने का आह्वान किया। बर्लिन में विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, गुतेरस ने कहा कि अक्टूबर महीने की शुरुआत में डब्ल्यूएचओ प्रमुख के साथ विश्वसनीय और किफायती टीकाकरण के लिए चर्चा की गई थी, ताकि इस साल के अंत तक दुनियाभर में 40 फीसद और साल 2022 के मध्य तक 70 फीसद लोगों को टीके वितरित करने का लक्ष्य पूरा किया जा सके।
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स्वास्थ्य उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग करके ही पूर्ण रूप से खत्म होगा कोविड : डब्ल्यूएचओ