YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

लीगल

एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगे घूस के आरोप, पत्नी बचाव में उतरीं 

एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगे घूस के आरोप, पत्नी बचाव में उतरीं 

मुंबई । मुंबई शिप ड्रग्स मामले की जांच कर रहे  एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े इन दिनों घूस लेने के आरोप के चलते चर्चा में है और अब एनसीपी नेता नवाब मलिक ने वानखेड़े पर फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया था कि समीर के पिता और मां मुस्लिम थे। अब समीर की पत्नी क्रांति रेडकर ने तमाम आरोपों को झूठा बताया है। साथ ही कहा है कि ये सब तरीके समीर को अपने काम से भटकाने के लिए अपनाए जा रहे हैं। समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने मीडिया से बात की और आरोपों पर विस्तार से सफाई दी। उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो सभी गलत हैं और मेरे ससुर के पास सभी डॉक्यूमेंट हैं। उनके पास बर्थ सर्टिफिकेट और कास्ट सर्टिफिकेट है।
समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने मालदीव घूमने को लेकर भी जवाब दिया और कहा कि हां हम मालदीव गए थे। हम लोग सेविंग करते हैं और इकोनॉमी क्लास में मालदीव गए थे। हम लोग लॉकडाउन में नहीं, बल्कि लॉकडाउन खुलने के बाद और बकायदा सिस्टम से परमिशन लेकर गए थे। इससे पहले एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने नवाब मलिक के आरोपों पर जवाब दिया था और सोमवार को प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि यह मेरे संज्ञान में आया है कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने आज अपने ट्विटर हैंडल पर मुझसे संबंधित कुछ डॉक्यूमेंट शेयर किए और लिखा, 'समीर दाऊद वानखेड़े का फ्रॉड यहां से शुरू हुआ।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरे पिता दयानदेव कचरूजी वानखेड़े 30-06-2007 को राज्य आबकारी विभाग, पुणे के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के पद से रिटायर हुए थे। मेरे पिता एक हिंदू हैं और मेरी मां स्वर्गीय जहीदा एक मुस्लिम थीं। मैं धर्मनिरपेक्ष परिवार से ताल्लुक रखता हूं और मुझे अपनी विरासत पर गर्व है। मैंने डॉ. शबाना कुरैशी 2006 में स्पेशल मैरेज एक्ट 1954 के तहत शादी की। हम दोनों ने साल 2016 में सिविल कोर्ट के माध्यम से तलाक ले लिया और साल 2017 के अंत में मैंने क्रांति दीनानाथ रेडकर से शादी की।'
समीर वानखेड़े ने कहा, 'ट्विटर पर मेरे निजी दस्तावेजों का प्रकाशन मानहानि है और मेरी पारिवारिक गोपनीयता पर अनावश्यक आक्रमण है। इसका उद्देश्य मुझे, मेरे परिवार, मेरे पिता और मेरी दिवंगत मां को बदनाम करना है। पिछले कुछ दिनों में माननीय मंत्री जी के कृत्यों ने मुझे और मेरे परिवार को मानसिक और भावनात्मक दबाव डाला है। मैं माननीय मंत्री द्वारा बिना किसी औचित्य के व्यक्तिगत, मानहानि कारक और निंदनीय हमलों की प्रकृति से आहत हूं।'
 

Related Posts