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पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ चार्जशीट दायर

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ चार्जशीट दायर

लखनऊ । रेप पीड़िता और उसके मित्र द्वारा आत्मदाह प्रकरण में खुदकुशी के लिए उकसाने और षड्यंत्र रचने के आरोपी पूर्व पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ ठाकुर के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है। हजरतगंज पुलिस के आरोपपत्र पर सीजेएम रवि कुमार गुप्ता ने संज्ञान लेते हुए अमिताभ ठाकुर को आगामी 28 अक्टूबर को जेल से तलब किया है। अदालत में विवेचक ने कहा कि मामले के अन्य आरोपी अतुल राय के खिलाफ विवेचना जारी है, जबकि आरोपी अमिताभ ठाकुर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर चार्जशीट लगाई है। 
एसआईटी रिपोर्ट के अनुसार अमिताभ ठाकुर के खिलाफ जांच रिपोर्ट आने के बाद गत 27 अगस्त को हजरतगंज थाने में एसएसआई दयाशंकर द्विवेदी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया गया है कि वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल करते हुए गठित एसआइटी की जांच रिपोर्ट में पता चला कि सांसद अतुल राय के खिलाफ रेप पीड़िता ने वाराणसी के लंका थाने में बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने उस मामले में विवेचना के बाद चार्जशीट दाखिल कर दी है और मामला वाराणसी की कोर्ट  में लम्बित है। रेप पीड़िता ने आरोप लगाया है कि वाराणसी में दर्ज दुराचार के आरोपी सांसद अतुल राय को बचाने के लिए अतुल राय से पैसा लेकर अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने अपराधिक षड्यंत्र रचा था और गवाहों को बदनाम करने के लिए और पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए अपराधियों से नाम जोड़ कर छवि खराब करने के लिए ऑडियो वायरल किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मुकदमे में अनुचित लाभ के लिए पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए अमिताभ ठाकुर ने पीड़िता और उसके गवाहों के खिलाफ सात आपराधिक मामले दर्ज कराएं। यह भी आरोप है कि पीड़िता ने 10 नवंबर 2020 को एक प्रार्थना पत्र वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी को देकर कहा है कि अमिताभ ठाकुर द्वारा अतुल राय से पैसा लेकर न्यायालय के लिए झूठे साक्ष्य गढ़े जा रहे हैं तथा उसकी छवि को धूमिल करके उसे आत्मदाह के लिए उकसाया जा रहा है।
कहा गया है कि लगातार झूठी खबर वायरल होने एवं पीड़िता व उसके गवाह की छवि धूमिल करने से आहत होकर पीड़ित एवं उसके गवाह द्वारा गत 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर से फेसबुक पर लाइव टेलीकास्ट करते हुए तमाम आरोपों के साथ यह आरोप भी लगाया गया है कि इन लोगों का एक गिरोह है और एक नेक्सस के तहत अमिताभ ठाकुर द्वारा ही यह सारी चीजें की गई है जिससे आहत होकर  आरोप लगाने वाली लड़की एवं उसके साथी गवाह ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्महत्या का प्रयास किया था। जिसके बाद दोनों की मृत्यु हो गई थी।
 

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