मशहूर कार निर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर आने वाली पंचवर्षीय में एक दर्जन से अधिक गाड़ियां बाजार में उतारने की तैयारी कर रही है। जापान की सबसे बड़ी कार कंपनी टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन की यह भारतीय सब्सिडियरी पिछले दो दशकों से हाशिए पर थी। हालांकि सुजुकी के साथ पार्टनरशिप के बाद अब वह नए जोश के साथ मार्केट में वापसी की तैयारी कर रही है। वित्त वर्ष 2020 के अंत में नए सेफ्टी रेगुलेशन के लागू होने के साथ ही कंपनी के इटियोस और लिवा मॉडल की मार्केट से विदाई हो जाएगी। टोयोटा के नए पोर्टफोलियो में मारुति सुजुकी के डीएनए की झलक मिलेगी। कंपनी के करीब आधा दर्जन प्रोडक्ट मारुति सुजुकी के आर्किटेक्चर पर तैयार हो रहे हैं, जिनकी कीमत 12 लाख रुपये से कम होगी। पैसेंजर व्हीकल मार्केट की 80 फीसदी सेल्स इसी सेगमेंट से आती है। इसमें इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड गाड़ियां भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि टोयोटा 2020 में विटारा ब्रेजा का नया वर्जन, वैगन आर ईवी का वेरिएंट, 2021-2022 में सियाज से मिलता-जुलता एक मॉडल, अर्टिगा का नया वर्जन और 2023 में संयुक्त रूप से विकसित किए गए सीएमपीवी एसयूवी को लॉन्च करेगी।
टोयोटा इसके बाद इन सभी गाड़ियों के हाईब्रिड वर्जन भी लाएगी। इसका मतलब यह है कि सुजुकी को भी बलेनो, विटारा ब्रेजा, अर्टिगा और सियाज के अपने वर्जन के लिए टोयोटा से हाईब्रिड सॉल्यूशंस मिलेंगे। इससे मारुति को 2022-23 तक कॉरपोरेट एवरेज फ्यूल इकनॉमी नॉर्म्स को पूरा करने में मदद मिलेगी। मारुति के कॉम्पैक्ट व्हीकल्स के साथ टोयोटा अपने मौजूदा मॉडल- इनोवा और फॉर्च्यूनर को भी नए रेगुलेशन के मुताबिक तैयार कर रही है। कंपनी यारिस सेडान का हाइब्रिड वेरिएंट भी लॉन्च करेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस पार्टनरशिप से आने वाले दशक में दोनों कंपनियों की ग्लोबल सेल्स में 50 लाख यूनिट्स का इजाफा हो सकता है। साथ ही उनकी लागत भी घटेगी, जिसका हाईब्रिड व्हीकल के जरिए ज्यादा साफ एनर्जी वाले मोबिलिटी सॉल्यूशंस विकसित करने पर फोकस किया जा सकेगा। आईएचएस मार्केट के कंट्री लीड गौरव वांगल ने सुजुकी के साथ पार्टनरशिप की वजह से 2025 तक भारत में टोयोटा का प्रोडक्शन दोगुना हो जाएगा। टोयोटा को भारत में सुजुकी से सिर्फ अतिरिक्त गाड़ियां ही नहीं मिल रही हैं, बल्कि उसे उसके कुछ सबसे अच्छे मॉडल मिल रहे हैं।
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अगली पंचवर्षीय में टोयटा बाजार में उतारेगी एक दर्जन से अधिक कारें