राजधानी में झूलते नंगे तार और खुले ट्रांसफार्मरों की भरमार है। इन्हीं ट्रांसफार्मर व नंगे तारों के नीचे व आसपास दुकानें लग रही हैं। यह स्थिति बारिश में गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। पुराने भोपाल के चौक बाजार, मारवाड़ी रोड, चिंतामन रोड, इतवारा क्षेत्र, तलैया थाना, भारत टॉकीज, भोपाल टॉकीज और लिली टॉकीज क्षेत्र में बिजली सप्लाई व्यवस्था खराब हो चुकी है। पुराना भोपाल तारों के जाल से जूझ रहा है। जगह-जगह बिजली के उपकरण खुले हुए हैं। इन्हीं के नीचे व आसपास दुकानें लग रही हैं। इन दुकानों में रोज हजारों लोगों का आना-जाना है। बारिश में करंट फैला तो बड़ी जनहानि से इंकार नहीं किया जा सकता। इन क्षेत्रों में प्रत्येक दुकानों से सटकर बिजली के तार गुजर रहे हैं। ट्रांसफार्मर तो दुकान के सामने ही लगे हैं। ऊपर से आसपास के दुकानदारें ने ट्रांसफार्मरों को घेर लिया है। कुछ ने तो उनके नीचे व सामने ही सामन रख लिया है। चौक बाजार व मारवाड़ी रोड क्षेत्र में बिजली उपकरण से आग लगी तो बुझाने के प्रयास भी सफल होना मुश्किल हैं, क्योंकि फायर ब्रिगेड पहुंचने के लिए रास्ता तक नहीं है। इसके बाद भी बिजली कंपनी गंभीर नहीं है। लिली टाकीज क्षेत्र में ट्रांसफार्मर के पास दुकान चल रही है। यानी ऊपर करंट है और नीचे बढ़िया ग्राहकी चल रही है। यह स्थिति एक जगह नहीं है, बल्कि शहर में कई स्थानों पर बिजली उपकरणों के नीचे ठेले-गुमठियां लग रहे हैं। पुराने भोपाल में तो ट्रांसफार्मर से एक व आधे फीट की दूरी पर दुकान चल रही है।
भारत टाकीज पुल के पास एक सैलून की दुकान बिल्कुल ट्रांसफार्मर के नीचे ही चल रही है। दुकानदार को ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट होने, चिंगारी निकलने जैसी स्थिति से जरा भी भय नहीं है। उसकी ग्राहकी भी बराबर चल रही है। यदि आग लगी तो आसपास की दुकानें भी चपेट में आएंगी। पुल बोगदा से सुभाष नगर चौराहे की तरफ जाने वाले मार्ग पर पेट्रोल पंप है। इसके दोनों तरफ ट्रांसफार्मर हैं। इनमें आग लगी तो बड़े हादसे से इंकार नहीं कर सकते। प्रशासन को इसकी चिंता नहीं है। यहां ट्रांसफार्मरों के नीचे दुकानें लगी हैं, जिसमें रोज सैंकड़ों ग्राहकों का आना-जाना लगा रहता है। इन ट्रांसफार्मरों से चिंगारी निगली या करंट फैलने जैसी स्थिति बनी तो बड़े स्तर पर जन हानि होगी। इस क्षेत्र में ऐसा एक ट्रांसफार्मर नहीं है, बल्कि हर चौथे ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान है। दुकानदार दिनेश पुरोहित ने बताया कि पंचशील नगर में एक होटल के पास डीपी लगी है। इसमें आए दिन आग लगती है। यह चारों तरफ से खुली है। इससे रहवासियों को खतरा है। डीपी खुली होने के कारण बीते 10 साल में 10 से ज्यादा मवेशी इसकी चपेट में आकर मर चुके हैं। बिजली कंपनी को हटाने के आवेदन दिए हैं, लेकिन अफसर डीपी हटाने के बदले रुपए जमा करने की बात कह रहे हैं। इस बारे में मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी डॉ. संजय गोयल का कहना है कि नंगे तारों को केबलयुक्त किया जा रहा है। रही बात ट्रांसफार्मरों के नीचे दुकान लगाने की तो निगम को अतिक्रमण हटाना चाहिए। कंपनी भी कार्रवाई करेगी। पूर्व में कार्रवाई भी की गई है।
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अव्यवस्था की शिकार बिजली वितरण व्यवस्था बारिश में हो सकता है बडा हादसा