YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

वर्ल्ड

चीन में कोरोना के बाद बर्ड फ्लू का कहर - तेजी से बदल रहे वैरिएंट्स से परेशान हेल्थ एक्सपर्ट्स

चीन में कोरोना के बाद बर्ड फ्लू का कहर - तेजी से बदल रहे वैरिएंट्स से परेशान हेल्थ एक्सपर्ट्स

बीजिंग । कोरोना वायरस के बाद चीन में लोग बर्ड फ्लू का कहर झेल रहे हैं। बर्ड फ्लू के वैरिएंट्स लगातार तेजी से बदल रहे हैं, जिसकी वजह से इस बीमारी की चपेट में ज्यादा लोग आ रहे हैं। चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को बताया कि साल 2021 में 21 लोग बर्ड फ्लू के शिकार हुए।जबकि पिछले साल पांच ही केस सामने आए थे।चीन में इस साल एच5एन6 बर्ड फ्लू वैरिएंट से 21 लोग बीमार हुए।साल 2017 में फैले एच7एन9 बर्ड फ्लू से सैकड़ों लोग बीमार हुए थे।कई गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती थे।जबकि छह लोगों की मौत हो गई थी।
रॉटरडैम स्थित इरेसमस यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में कंपेरेटिव पैथोलॉजी के प्रोफेसर थिस कुइकेन ने कहा कि इस साल चीन में इंसानों में बर्ड फ्लू के मामले चिंताजनक है।यह ऐसा वायरस है जिससे ज्यादा मौतें हो सकती हैं। डब्ल्यूएचओ ने 4 अक्टूबर को कहा था कि चीन में इस साल बर्ड फ्लू से जितने भी लोग संक्रमित हुए है, उनमें से ज्यादातर पोल्ट्री फॉर्म में काम करने वाले लोग हैं।हालांकि अभी तक इंसानों से इंसानों में संक्रमण फैलने के कोई सबूत नहीं मिले हैं।तब से लेकर अब हुनान प्रांत में एक 60 वर्षीय महिला बर्ड फ्लू की वजह से अस्पताल में भर्ती हुई है।13 अक्टूबर को उसे एच5एन6  वैरिएंट का संक्रमण पाया गया था।चीन में एच5एन6  वैरिएंट से लोग संक्रमित जरूर हुए हैं, लेकिन फरवरी 2020 के बाद से अभी तक इस वैरिएंट का कोई आउटब्रेक सामने नहीं आया है।चीन दुनिया का सबसे बड़ा पोल्ट्री और बत्तखों का उत्पादन करता है।इसलिए यहां पर बर्ड फ्लू वायरस के होने की संभावना भी ज्यादा रहती है।समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जब इस बारे में चाइनीज सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन से बात करने की कोशिश की, तो वहां से कोई जवाब नहीं आया। एक अध्ययन में कहा गया था कि लगातार हो रहे जेनेटिक बदलाव और भौगोलिक विभिन्नताओं की वजह से एच5एन6  वैरिएंट खतरनाक होता जा रहा है।इससे पोल्ट्री उद्योग और इंसानों के लिए गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।
एवियन इंफ्लूएंजा लगातार घरेूल और जंगली पक्षियों को संक्रमित करता आया है।लेकिन इंसानों में इसका मामला दुर्लभ ही देखने को मिलता है।बर्ड फ्लू के वैरिएंट्स के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि ये बहुत तेजी से जेनेटिक बदलाव करता है।अगर यह बदलाव ज्यादा हुए यानी म्यूटेशन हुआ तो पोल्ट्री उद्योग और इंसानों के लिए खतरा बढ़ जाएगा।एच5एन6  वैरिएंट का सबसे ज्यादा संक्रमण दक्षिण-पश्चिम सिचुआन प्रांत में देखने को मिला है।इसके अलावा चॉन्गक्विंग, गुआंगशी, गुआंगडॉन्ग, अनहुई और हुनान प्रांतों में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं।चीन में इस साल जो 21 लोग बर्ड फ्लू से बीमार हुए हैं, उनमें से 10 के अंदर ऐसा वैरिएंट मिला है, जो एच5एन8 से मिलता-जुलता है।इसी वैरिएंट ने पिछले साल यूरोप में कई पोल्ट्री फॉर्म्स को तबाह किया था।इसके अलावा चीन में कई जंगली पक्षियों को मारा था।इसका मतलब ये है कि चीन में इस समय एच5एन6  के कई वैरिएंट हो सकते हैं।जो कि चीन समेत पूरी दुनिया के लिए खतरनाक हो सकता है।थिस कुइकेन ने कहा कि एच5एन6  का नया वैरिएंट इंसानों के लिए खतरनाक है।क्योंकि यह तेजी से इंसानों को अपनी चपेट में ले रहा है।ऐसा भी हो सकता है कि चीन के पोल्ट्री फॉर्म्स में इसके और वैरिएंट्स भी हों, जिससे और लोग संक्रमित हो सकते हों लेकिन हमें फिलहाल इसके बारे में ज्यादा जानकारी न हो।
सिंतबर में चीन के सीडीसी ने कहा था कि सिचुआन में चार लोगों को बर्ड फ्लू हुआ था, उन्होंने इस बीमारी से मरे पक्षियों को छुआ था।सिुचआन में ही एक अन्य व्यक्ति ने पोल्ट्री बाजार से बत्तख खरीदे थे, जिसके बाद उसे भी बर्ड फ्लू का संक्रमण हो गया था।फूड एंग एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के इमरजेंसी सेंटर फॉर ट्रांसबाउंड्री एनिमल डिजीसेस में रीजनल लेबोरेटरी कॉर्डिनेटर फिलिप क्लेस ने कहा कि चीन में पोल्ट्री में एवियन इंफ्लूएंजा के खिलाफ वैक्सीनेशन किया जाता है।
 

Related Posts