चाहे कॉमेडी हो या विलेन का किरदार, बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में अपनी दमदार अदाकारी का जलवा बिखेरने वाले कादर खान की आज 84वां बर्थ एनिवर्सरी है। 300 से अधिक फिल्मों में काम करने वाले कादर खान ने 250 से ज्यादा
फिल्मों में डायलॉग्स भी लिखे। साल 2019 में पद्मश्री पाने वाले कादर 9 बार फिल्मफेयर में नॉमिनेट भी हुए। दिसंबर 2018 में दुनिया को अलविदा कह गए कादर खान का बचपन बेहद गरीबी में बीता था। कादर से पहले उनके परिवार
में 3 बेटे हुए थे पर सभी का आठ साल की उम्र तक निधन हो जाता था। कादर के जन्म के बाद उनकी मां डर गईं कि कहीं उनके साथ भी ऐसा ही न हो। तब उन्होंने अफगानिस्तान से भारत आने का फैसला किया और वो मुंबई के धारावी
में आकर बस गए। कादर जब एक साल के थे तब उनके माता-पिता का तलाक हो गया। इसके बाद बचपन में वे डोंगरी जाकर एक मस्जिद पर भीख मांगते थे। दिन-भर में जो दो रुपए मिलते उससे उनके घर में चूल्हा जलता था। एक इंटरव्यू में कादर ने खुलासा किया था कि हफ्ते में तीन दिन वे और उनकी मां खाली पेट ही सोते थे।
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(रंग संसार) कादर खान के लिए मां की एक सलाह कर गई काम