काहिरा । मिस्र अपने सदियों पुराने पिरामिडों, ममी और प्राचीन संस्कृति की वजह से पुरातत्वविदों की पहली पसंद रहा है। इतिहास के रहस्यों पर से पर्दा उठाने में भी मिस्र का अहम योगदान रहा है। अब एक नया शोध खुद मिस्र के इतिहास में बड़ा बदलाव कर सकता है। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि ममीकरण की प्रक्रिया प्राचीन मिस्र में अब तक के अनुमान की तुलना में 1000 साल पहले ही शुरू हो गई थी।
मिस्र में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों की खोज पर आधारित एक वृत्तचित्र के अनुसार सबूत बताते हैं कि यह प्रक्रिया अनुमान से पहले ही शुरू हो गई थी। वृत्तचित्र में सक्कारा के कब्रिस्तान में मकबरे की जांच और विश्लेषण को दिखाया गया है, जो शाही परिवार से संबंधित था। शाही परिवार के सदस्य के अवशेष 2019 में खोजे गए थे और माना जाता है कि यह अब तक के आकलन से पुराने हैं।
माना जा रहा है कि यह अब तक खोजी गई सबसे पुरानी ममियों में से एक हो सकती है। यह अवशेष पुराने साम्राज्य के हैं और 4000 साल पहले से शवों को संरक्षित करने में उनकी प्रगति को दर्शाते हैं। काहिरा की अमेरिकन यूनिवर्सिटी में इजिप्टोलॉजी की प्रमुख प्रोफेसर सलीमा इकराम ने बताया कि यदि यह वास्तव में ओल्ड किंगडम की ममी है, तो ममीकरण और ओल्ड किंगडम के इतिहास के बारे में सभी पुस्तकों को संशोधित करने की जरूरत होगी। इससे पहले पुरातत्वविदों ने करीब 3500 साल पुरानी एक किताब से किसी लाश को ममी बनाने की सबसे पुरानी प्रक्रिया का पता लगाया था।
कहा जाता है कि करीब 4 हजार साल पहले से प्राचीन मिस्र में इंसान के मरने के बाद उसे ममी बनाने की प्रक्रिया चल रही है। यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन के शोधकर्ताओं को किताब से लाश को ममी बनाने की सबसे पुरानी प्रक्रिया का पता चला था। यह किताब एक भोजपत्र की शक्ल में थी और उसे पेरिस में संग्रहीत किया गया है। इस किताब से कई डरावनी चीजें भी निकलकर सामने आई थीं।
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नए शोध से किताबों-दस्तावेजों में बदल जाएगा मिस्र का इतिहास, अनुमान से कहीं ज्यादा पुराना है ममियों का रहस्य