नई दिल्ली । चीन में एक बार फिर से कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। संक्रामक डेल्टा वेरिएंट से निपटने में चीन को दिक्कतें आ रही हैं। चीन के 19 प्रांतो में लोकल इन्फेक्शन पाए गए हैं। चीन ने 3 अक्टूबर को 93 नए लोकल केस और 11 एसिम्प्टोमेटिक इन्फेक्शन के बारे में जानकारी दी है। कोरोना के बढ़ते केस के बावजूद चीनी अधिकारियों ने कहा है कि वह कोविड जीरो अप्रोच पर काम कर रहे हैं और इसे नियंत्रित करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। राजधानी बीजिंग की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 9 नए केस सामने आए हैं। मौजूदा वक्त में बीजिंग में कोविड के 38 एक्टिव केस हैं। बता दें कि फरवरी 2021 के बाद बीजिंग में सबसे अधिक कोविड के केस हैं। हाल ही एक शिक्षक के संक्रमित पाए जाने के बाद से सरकारी अधिकारियों ने दो स्कूल के सभी बच्चों को क्वारंटीन कर दिया। 16 और स्कूल बंद कर दिए गए क्योंकि उन स्कूल के स्टाफ टीकाकरण स्थल पर मौजूद थे। चोंगकिंग मुनिसिपलिटी ने बड़े पैमाने पर कोविड की टेस्टिंग शुरू की है। चांगझोउ शहर के स्कूल अगले 30 दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस सबके बीच चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने नागरिकों से इमरजेंसी हालात में जरूरी चीज़ों को स्टॉक करने को कहा है। प्रशासन ने लोगों को प्रकोपों के लिए तैयार रहने के लिए और सर्दियों को लेकर चीजों को स्टॉक करने को कहा है क्योंकि हालात खराब होने पर लॉकडाउन लगाए जा सकते हैं। चीनी सरकारी मीडिया सीजीटीएन के साथ बात करते हुए चीन के टॉप हेल्थ एक्सपर्ट झोंग नानशान ने कहा है कि उन्हें यकीन है कि एक महीने के भीतर देश में आउटब्रेक हो सकता है।
वर्ल्ड
कोविड के डेल्टा वेरिएंट से चीन का बुरा हाल