पेइचिंग । चीन लगातार पड़ोसी देश ताइवान के अंदूरूनी मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है ऐसे में ताइवान की आजादी का समर्थन करने वाले नेताओं का नाम लेकर उसने खुलेआम अंजाम भुगतने की धमकी दी है। चीन ने कहा कि वे ऐसे लोगों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करेगा। जिसके बाद ताइवान ने भी जवाब देने में देरी नहीं करते हुए कहा कि हम अपनी आजादी और लोकतंत्र के लिए लड़ते रहेंगे। अभी कुछ ही दिन पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ताइवान को शांतिपूर्ण अपने देश में मिलाने की बात कही थी। जिसके जवाब में ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा था कि हमारे भाग्य का निर्धारण चीन नहीं कर सकता है। चीनी स्टेट काउंसिल के ताइवान मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता झू फेंग्लियन ने कहा कि चीन जिद्दी अलगाववादियों को दंडित करेगा। ये लोग ब्लैकलिस्ट होने के बावजूद ताइवान की स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं। चीन ने पहली बार खुलकर ब्लैकलिस्ट किए गए ताइवान के नेताओं का नाम लिया है। इस लिस्ट में ताइवान के कार्यकारी निकाय के प्रमुख सु त्सेंग-चांग, इवान में स्थानीय 'विधायिका' के प्रभारी यू शिया-कुन और विदेश मामलों के नेता जोसेफ वू का नाम शामिल है।
चीन की इस धमकी पर ताइवान ने भी प्रतिक्रिया देने में देर नहीं की। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने विदेश मंत्री जोसेफ वू के हवाले से ट्वीट कर व्यंग किया कि इसके लिए वे चीन के आभारी हैं। ताइवान में चीन की इस धमकी का लोग मजाक भी उड़ा रहे हैं। ताइवान ने कहा है कि हमारे देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था हैं, जहां कानून का शासन चलता है, चीन का नहीं। हम इस तरह की धमकियों और उकसावों को स्वीकार नहीं करते हैं और उनकी सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि ये अलगाववादी जिद्दी लोग ताइवान को स्वतंत्रता के लिए उसका रहे हैं। इससे क्रॉस-स्ट्रेट्स टकराव की संभावना बढ़ सकती है। ये लोग दुर्भावनापूर्ण रूप से चीन की मुख्य भूमि पर हमला बोल रहे हैं और बदनाम कर रहे हैं। चीन ने यहां तक आरोप लगाया कि ताइवान के ये नेता देश को विभाजित करने के लिए विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत कर रहे हैं।
झू ने कहा कि दंडात्मक उपायों के तहत ताइवान के इन नेताओं और उनके परिवार के लोगों को चीन की मुख्य भूमि, हॉगकॉग और मकाओ के विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाना शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि ताइवान के इन प्रतिबंधित नेताओं से संबंधित संगठनों को मुख्य भूमि के संगठनों और व्यक्तियों के साथ सहयोग करने से प्रतिबंधित किया जाएगा। इन लोगों से संबंधित बिजनेस और दूसरे धन कमाने वाली कंपनियों को चीन की मुख्य भूमि पर व्यवसाय की अनुमति नहीं दी जाएगी। चीन के प्रवक्ता ने ताइवान के लोगों और नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग अपने पूर्वजों को भूल जाते हैं, मातृभूमि को धोखा देते हैं या देश को विभाजित करते हैं, उनका कभी भी अच्छा अंत नहीं होगा। इन लोगों के साथ इतिहास न्याय करेगा और लोग इनकी विचारधारा को खारिज कर देंगे। उन्होंने कहा कि चीन के मुख्य भूमि का कानून इन लोगों के खिलाफ आपराधिक केस चलाएगा और इन्हें जीवनभर के लिए दोषी ठहराया जाएगा।
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चीन ने दी धमकी तो ताइवान ने किया पलटवार, कहा- हमारे यहां बीजिंग का नहीं, कानून का शासन है