YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में सीएम योगी ने पेश किया राजनीतिक प्रस्ताव, पार्टी में बढ़ा कद 

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में सीएम योगी ने पेश किया राजनीतिक प्रस्ताव, पार्टी में बढ़ा कद 

नई दिल्ली । भाजपा के शीर्ष नेतृत्व सीएम योगी आदित्यनाथ को कितना महत्व देता है, यह बात भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में खुलकर सामने आ गई। सीएम योगी राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में भाग लेने वाले देश के अकेले मुख्यमंत्री रहे, पार्टी के बाकी मुख्यमंत्रियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में हिस्सा लिया। इससे योगी आदित्यनाथ के पार्टी में लगातार बढ़ते कद का अंदाजा लगाया जा सकता है। हाल के दिनों में कयास लगाए जा रहे थे कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यूपी में नेतृत्व परिवर्तन किया जा सकता है, लेकिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में जिस तरह सीएम योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया गया, उसने सभी कयासों पर विराम लगा दिया। 
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई ऐसी बातें हुईं जो पार्टी में उनके बढ़ते कद की ओर इशारा करती हैं। अगले साल जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, उनमें से सिर्फ सीएम योगी आदित्यनाथ ही कार्यकारिणी बैठक में मौजूद रहे। इतना ही नहीं, योगी ने राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश किया, जो यह बताने के लिए काफी है कि पार्टी के अंदर राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का कद लगातार बढ़ रहा है।
मीटिंग के लिए योगी जहां दिल्ली पहुंचे, वहीं भाजपा शासित अन्य तीन चुनावी राज्यों- उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों ने बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। उनके साथ पार्टी के प्रदेश प्रमुखों ने भी वर्चुअली बैठक में हिस्सा लिया। 
जबकि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली पहुंचकर बैठक में हिस्सा लिया। यह इस बात का संकेत है कि पार्टी नेतृत्व देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी में योगी की भूमिका को महत्व दिया है। केंद्रीय नेतृत्व में योगी को अतिरिक्त सम्मान देकर उत्तर प्रदेश में पार्टी में उनके विरोधी धड़े को उनके नेतृत्व में काम करने का साफ संदेश दिया है।
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सत्ता में वापसी 
से 2024 में देश की सत्ता में भाजपा की वापसी की राह भी आसान हो जाएगी। यही वजह है पार्टी ने सीएम योगी के पीछे अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी वजह से राजनीतिक प्रस्ताव पेश करने के लिए सीएम योगी का चुनाव किया गया। अब तक यह महत्वपूर्ण कार्य पार्टी के कोई वरिष्ठ नेता ही करते रहे हैं। 
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पेश राजनीतिक प्रस्ताव को काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है, क्योंकि इसमें पार्टी के विजन की झलक तो मिलती ही है, इसके साथ ही उन योजनाओं का भी जिक्र किया जाता है, जिनपर भाजपा सरकारें काम कर रही होती हैं। सन 2017 और 2018 की भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किए थे। 
इस बार योगी आदित्यनाथ को यह जिम्मेदारी दिए जाने के सवाल पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने प्रदर्शन के आधार पर यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा हमें उनका चयन क्यों नहीं करना चाहिए था? वह देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य की सरकार चला रहे हैं। सभी को कोविड के दौरान उनके शानदार कार्यों की जानकारी है- वह चाहे प्रवासी मजदूरों की बात हो या फिर गांवों में रोजगार सृजन करने की। वह वरिष्ठ सांसद भी रह चुके हैं। राजनीतिक प्रस्ताव पेश करने के लिए वह योग्य व्यक्ति थे, इसलिए पार्टी ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी। 
 

Related Posts