नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने खुलासा किया है कि विराट कोहली शुरुआती दिनों में टीम से बाहर होते-होते बचे थे। सहवाग ने कहा कि तब उन्होंने और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने विराट का बचाव किया था। सहवाग उस समय उप-कप्तान थे। सहवाग ने खुलासा किया कि चयनकर्ता विराट को बाहर करना चाहते थे पर तब उन्होंने और धोनी ने विराट का समर्थन किया था। सहवाग ने कहा, चयनकर्ता साल 2012 में पर्थ में विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को खिलाना चाहते थ। मैं उप-कप्तान था और धोनी टीम का नेतृत्व कर रहे थे और हमने फैसला किया कि हमें कोहली का समर्थन करना होगा। इसके बाद से ही विराट लगातार टीम के साथ बने हुए हैं। है. उन्होंने पर्थ टेस्ट की पहली पारी में 44 रन बनाए और उसके बाद 75 का स्कोर बनाया। विराट कोहली ने चौथे टेस्ट में शतक बनाया और टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने थे। उन्होंने इसके बाद त्रिकोणीय सीरीज में भी अपनी फॉर्म जारी रखी और 8 वनडे मैचों में 373 रन बनाए। त्रिकोणीय सीरीज में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें एशिया कप के लिए उप-कप्तान भी बनाया गया था। इसके बाद कोहली ने टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। तीसरे टेस्ट के बाद धोनी के संन्यास लेने से उन्हें टेस्ट प्रारूप में कप्तान बनाया गया था।
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जब टीम से बाहर होने से बचे थे विराट : सहवाग