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(भ्रामक विज्ञापनों का भ्र्म जाल) दिमाग की नसें ब्‍लॉक कर देंगे ये 4 खतरनाक खाद्य 

(भ्रामक विज्ञापनों का भ्र्म जाल) दिमाग की नसें ब्‍लॉक कर देंगे ये 4 खतरनाक खाद्य 

हानिकारक खाद्य की आदतें , मोटापे,  व्यायाम की कमी कुछ ऐसे जीवन शैली के कारक हैं जो आपके स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। भोजन में शामिल कुछ खाद्य पदार्थ भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
स्ट्रोक आमतौर पर तब होता है, जब मास्तिष्क के एक हिस्से में ब्लड फ्लो होना बंद हो जाता है। जाहिर तौर पर ब्रेन टिश्यू को इससे नुकसान पहुंचता है। हानिकारक खाद्य की आदतें , मोटापा और व्यायाम की कमी कुछ ऐसे जीवन शैली के कारक हैं, जो स्ट्रोक का खतरे  बढ़ाने के लिए काफी हैं। ब्लड प्रेशर, हार्ट डिसीज, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, तंबाकू व धूम्रपान से परहेज और तनाव को कम करने से स्ट्रोक को आसानी से  प्रबधित किया जा सकता है।
इसके अलावा नियमित व्यायाम और संतुलित आहार भी स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद करता है। वैसे आपका भोजन भी स्ट्रोक के लिए उतना ही जिम्मेदार है। इसलिए आपको कुछ पदार्थों से दूरी बनानी होगी।
स्ट्रोक के जोखिम को रोकने के लिए करें इन खाद्यों  से परहेज
नमक का सेवन सीमित करें-
जी हां, नमक भी स्ट्रोक के लिए बड़ा खतरा है। यहां नमक से हमारा मतलब पैक्ड फूड में पाए जाने वाले नमक और प्रोसेस्ड नमक से है। बता दें कि पैक्ड फूड में जरूरत से ज्यादा नमक होता है। अगर आप नियमित रू से इस तरह के खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं, तो यह आपके ब्लड प्रेशर को चुटकी में बढ़ा देगा, जिससे धमनियां, मास्तिष्क और दिल भी बुरी तरह से प्रभावित होगा।
इसलिए जितना हो सके, प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड से दूर रहें। अगर आप दिनभर में 5 ग्राम नमक का सेवन कम कर देते हैं, तो हाइपरटेंशन की समस्या से राहत मिलेगी और स्ट्रोक का खतरा भी कम हो जाएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन  ने जारी की अब नमक खाने पर दिशा निर्देश , बताया दिनभर में 5 ग्राम से ज्‍यादा खाया तो शरीर के ये अंग होंगे खराब
स्मोक्ड और प्रोसेस्ड मीट खाने से बचें
भले ही आप स्मोक्ड और प्रोसेस्ड मीट जैसे हॉट डॉग, बेकन, सलामी के शौकीन हों, लेकिन जितनी जल्दी इसका सेवन बंद कर दें उतना अच्छा है। दरअसल, इनमें सोडियम नाइट्रेट जैसे कुछ प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं, जो ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में व्यक्ति अगर इन खाद्य पदार्थों का सेवन कर लें, तो स्ट्रोक के खतरे से बच नहीं सकता।
ये प्रिजर्वेटिव्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह बनते हैं, जिससे वेसेल वॉल तक डैमेज हो जाती है। इसलिए पहली फुर्सत में आपको अपने आहार में प्रोसेस्ड और स्मोक्ड मीट के सवन को सीमित कर देना चाहिए।
प्रोसेस्ड फूड का सेवन बंद करें
यदि आप अपने दिन की शुरूआत ही जंक और ट्रांसफैट से भरपूर भोजन से करते हैं, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। खान-पान की ये गलत आदतें ही स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाती हैं।
जंक फूड्स में आमतौर पर बहुत ज्यादा ट्रांसफैट होता है, जो एलडीएल नाम का बैड कोलेस्ट्रॉल को जन्म देता है। यह आर्टरीज वॉल में जमा होकर शरीर में सूजन का कारण बनता है। बता दें कि कोलेस्ट्रॉल शरीर की सूजन में वृद्धि और हार्ट अटैक का मुख्य कारण है।
सॉफ्ट ड्रिंक्स ना पीएं
इसमें कोई संदेह नहीं है कि सॉफ्ट ड्रिंक या डाइट कोक आपकी प्यास को बुझाने का बढिय़ा तरीका है। लेकिन बहुत से लोगों को यह गलतफहमी है कि इसमें मौजूद सोडा डाइट का एक बेहतर विकल्प है। जबकि ऐसा नहीं है। 9 साल की एक रिसर्च में पाया गया कि जो लोग रोज, डाइट सोडा पीते थे उनमें हार्ट अटैक या स्ट्रोक से मरने की संभावना 48 फीसदी ज्यादा थी, उनकी तुलना में जो शायद ही कभी डाइट सोडा पीते थे।
इस तरह यहां बताए गए खाद्य पदार्थों से परहेज करने से स्ट्रोक के जोखिम को कम किया जा सकता है। इन खाद्य पदार्थों को आप जितना उपयोग न करेंगे, आपका जीवन उतना स्वस्थ और लंबा होगा।
वर्त्तमान में आक्रामक बाजारीकरण के कारण निर्माता अपनी खाद्य सामग्रियों का विज्ञापन इस तरह करते हैं जो स्वास्थ्य के लाभकारी  हो पर अप्रत्यक्ष्य में ये सामग्रियां इतनी घातक हैं हो आपको अनेकों बीमारियां उपहार स्वरूप सौप देती हैं और हम गंभीर बिमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं .रासायनिक और अनैक्षिक सामग्री परोस कर हमें बीमार बना  रहे हैं .भारत एक ऐसा देश हैं जिसमे विदेशों में प्रतिबंधित सामग्रियां खुले आम बेचीं जाती हैं और घर तक पहुंचाते हैं .
हम शिक्षित होते हुए भी भ्रामक विज्ञापनों के जाल में फंसकर तन ,मन धन जान हानि को निमत्रित करते हैं .यह सब प्रज्ञापराध हैं .इससे बचना होगा
(लेखक -विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन )

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