भोपाल । भोपाल के हबीबगंज स्टेशन का नाम अब रानी कमलापति रेल्वे स्टेशन होने जा रहा है। इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन परिवहन विभाग द्वारा सचिव, भारत सरकार गृह मंत्रालय नई दिल्ली को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है।
गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा 100 करोड की लागत से भोपाल स्थित हबीबगंज स्टेशन का पुर्नविकास किया गया है। इस परियोजना का लाकार्पण दिनांक 15 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोरी के कर कमलों से किया जाना प्रस्तावित है।
उल्लेखनीय है कि भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती 15 नवम्बर को भारत सरकार द्वारा "जनजातीय गौरव दिवस" के रुप में मनाये जाने का निर्णय लिया है। जिसके संबंध में सरकार द्वारा अधिसूचना भी जारी की गई। 16वीं सदी में भोपाल क्षेत्र गोंड शासकों के अधीन था। ऐसा माना जाता है कि तत्समय गौंड राजा सूरज सिंह शाह के पुत्र निजामशाह से रानी कमलापति का विवाह हुआ था। रानी कमलापति ने अपने पूरे जीवन में अत्यंत बहादुर और वीरता के साथ आक्रमणकारियों का सामना किया।
गोंड रानी कमलापति की स्मृति को अक्षुण्य बनाये रखने एवं उनके बलिदान के प्रति कृतज्ञता की अभिव्यक्ति स्वरुप 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में राज्य शासन द्वारा हबीबगंज रेल्वे स्टेशन का नामकरण रानी कमलापति रेल्वे स्टेशन के रुप में किए जाने का निर्णय लिया गया है। पीएम के उद्घाटन से पहले देश के पहले वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदला जाने का प्रस्ताव मध्यप्रदेश सरकार ने दिया है। प्रस्ताव में रानी कमलापति नाम का जिक्र किया गया है। गौरतलब है कि हबीबगंज के नाम को लेकर भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा समेत कई नेता पहले से इसका नाम बदलने की मांग कर रहे थे।
हबीबगंज का नाम हबीब मियां के नाम पर रखा गया था, पहले इसका नाम शाहपुर था। हबीब मियां ने 1979 में स्टेशन के विस्तार के लिए अपनी जमीन दान में दी थी। इसके बाद इसका नाम हबीबगंज रखा गया था। उस समय आज के एमपी नगर का नाम गंज हुआ करता था। ऐसे में हबीब और गंज को जोड़कर तब इसका नाम हबीबगंज रखा गया था।
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हबीबगंज स्टेशन का नाम होगा रानी कमलापति रेल्वे स्टेशन