नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने व्यापारियों से पहले 17 गुना अधिक कर वसूला। अब टैक्स कम करने के बाद कह रहे हैं कि जिन्होंने जमा कर दिया उनका पैसा वापस नहीं करेंगे। भाजपा की एमसीडी ने 25 अक्टूबर को आदेश निकाला कि हाउस टैक्स की बढ़ी हुई दरें 31 मार्च 2022 तक वापस कर ली गई हैं। लेकिन जिन्होंने टैक्स जमा कर दिया है उनका पैसा कभी वापस नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को 15 फीसदी रिबेट का झांसा देकर टैक्स वसूल लिया गया। यह व्यापारियों से 17 गुना टैक्स वसूलने की स्कीम थी। भाजपा ने एमसीडी चुनावों तक लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए नई चाल चली है। सत्ता में वापस आने पर 17 गुना टैक्स कर दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के अंदर व्यापारियों की पार्टी कहलाती थी। दिल्ली के छोटे-बड़े व्यापारी ने भारतीय जनसंघ, जनता पार्टी और इसके बाद भारतीय जनता पार्टी को सालों तक चंदा देकर अपने पैरों पर खड़ा किया। आज जब भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है तो इन्होंने कोई ऐसा काम नहीं किया, जिससे दिल्ली- देश का व्यापारी बर्बाद ना हो। भाजपा शासित एमसीडी की अगर बात करें तो पिछले 5 सालों के राज में भाजपा ने दिल्ली के व्यापारियों को खून के आंसू रुलाया है। भारतीय जनता पार्टी के व्यापारी नेता खुद कहते हैं कि भाजपा में कोई सुनने वाला नहीं है। कन्वर्जन शुल्क, पार्किंग शुल्क के नाम पर दिल्ली के व्यापारियों से करोड़ों रुपए की वसूली की गई। कई हजार करोड़ रुपए जमा किए और कई हजार करोड़ रुपए की रिश्वत खाई। उसके बावजूद चलती हुई मार्केट के अंदर सैकड़ों दुकानों को सील कर दिया गया। वह सील अभी भी लगी हुई है और दुकानें आज भी बंद हैं। उन्हें खोलने का कोई तरीका इन्होंने नहीं निकाला है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के समय पर अच्छी खासी चलने वाली दुकानें भी बंद हो गईं थी। लोगों का व्यापार सिमट कर 20 फ़ीसदी रह गया। ऐसे समय पर ट्रेड लाइसेंस को 17 गुना, फैक्ट्री लाइसेंस को कई श्रेणियों के अंदर 40 गुना, हेल्थ लाइसेंस 15 से लेकर 20 फीसदी तक बढ़ा दिया गया। एक तरफ रेंट कम कर दिए गए, क्योंकि लोगों के पास किराए देने के लिए रुपए नहीं है। जिसकी वजह से रेंटल की इनकम कम हो गई। जबकि रेंटल संपत्ति के ऊपर लगने वाले कमर्शियल टैक्स, हाउस टैक्स को दोगुना कर दिया गया। इसके अलावा कमर्शियल रेंटल संपत्ति का कर दो गुना कर दिया। साथ ही खाली जमीन के ऊपर लगने वाले कर को भी डबल कर दिया। इस तरीके से उन्होंने व्यापारियों के साथ वसूली की।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब-जब हमने इस मुद्दे को उठाया तो भाजपा के नेताओं ने कहा कि झूठ बोल रहे हैं। कुछ दिनों बाद उन्होंने कहा कि बढ़े हुए करों को वापस ले लिया है। इन सभी प्रकार के करों को दो गुना से 17 गुना बढ़ाने के बाद 15 सितंबर 2021 तक एक स्कीम चलाई कि अगर आप इन बढ़े हुए टैक्सों को भर दोगे तो 15 फीसदी रिबेट देंगे। इसके लिए जगह-जगह कैंप लगाए और इनके पार्षदों ने उसका विज्ञापन किया। जिसके बाद लोगों से वह टैक्स भरवा लिए। उसके बाद अब 25 अक्टूबर 2021 को आदेश निकाला कि हाउस टैक्स की बढ़ी हुई दरें 31 मार्च 2022 तक वापस ले ली हैं। अब हम पुरानी दरों पर वापस आ गए हैं। वहीं नीचे लिखा है कि यह छूट आज से 31 मार्च 2022 तक लागू रहेंगी।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि सबसे बड़ी लूट वाली बात यह है कि भाजपा शासित एमसीडी कह रही है जिन लोगों से इस नए नियम के लागू होने से पहले कर ले लिया, वह हम वापस नहीं करेंगे और ना ही भविष्य में एडजस्ट करेंगे। ऐसे में सीधा-सीधा व्यापारियों से 17 गुना टैक्स वसूलने की स्कीम थी। 15 फ़ीसदी रिबेट चला कर उनसे टैक्स वसूल लिया गया। अब चुनावों तक बेवकूफ बनाने के लिए यह नया पैंतरा चला है। क्योंकि चुनावों में व्यापारियों के सामने जाना पड़ेगा। मार्केट संगठनों के यहां बैठक करनी पड़ेंगी। तब वह 5 साल का हिसाब लेंगे तो कहेंगे कि हमने करों को वापस कर दिया। मगर जिससे ले लिया उसको हम वापस नहीं करेंगे। जैसे ही सत्ता में वापस आएंगे तो दोबारा से 17 गुना टैक्स कर दिया जाएगा।
इस तरह की बेशर्मी आपको बहुत कम दिखेगी। एमसीडी के अंदर भाजपा को ऐसा लगता है कि हम कुछ भी करें, लोग कहेंगे कि यह एमसीडी वाले बहुत गंदे लोग हैं, इनका सब माफ़ है। मतलब लोगों ने अब इनको गाली देना भी बंद कर दिया, क्योंकि इन पर गाली का भी असर नहीं होता।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह दिल्ली की हालत भारतीय जनता पार्टी ने कर दी है। आप मकान, दुकान बनाओ तो अगले ही दिन जेई आपके घर के सामने आते हैं। आपको डरा धमका कर नोटिस देकर जाएंगे। अगले दिन एक बेलदार आएगा जो कि एमसीडी के कॉन्ट्रैक्ट पर होता है। जिसकी कोई नौकरी नहीं है। जिसको हर आदमी जानता है कि एमसीडी का दलाल है। तब वह कहेगा कि 15 किलो आलू लगेंगे। आप भले रिकॉर्ड कर लो तो भी कुछ नहीं होगा। जब आप 15 लाख दे दोगे तो जेई दोबारा नहीं आएंगे, अन्यथा जेई दोबारा जेसीबी को साथ लेकर आएंगे और आपके मकान को गिरा देंगे।
उन्होंने कहा कि ऐसे में जो 15 लाख देता है वह भी चुप है और जिसने नहीं दिए वह भी चुप है। क्योंकि उसको भी भविष्य में मकान बनाना है। इस तरह की लूटमार और ब्लैकमेलिंग का दौर एमसीडी के अंदर दिल्ली के लोगों ने बिताया है। हर आदमी इस बात को जानता है कि यह सच है। एमसीडी के अंदर 10 लाख से लेकर 25 लाख तक की लूट हो रही है। यह हालत दिल्ली एमसीडी की है।
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भाजपा शासित एमसीडी ने व्यापारियों से पहले 17 गुना अधिक कर वसूला, अब टैक्स कम करने के बाद कह रहे हैं कि जिन्होंने जमा कर दिया उनका पैसा वापस नहीं करेंगे : सौरभ भारद्वाज