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 दुबई एयरशो में भारत के तेजस ने किया शानदार प्रदर्शन, चकित हुए चीन और पाकिस्तान  

 दुबई एयरशो में भारत के तेजस ने किया शानदार प्रदर्शन, चकित हुए चीन और पाकिस्तान  

दुबई । संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित दुबई एयर शो में भारत के लाइट कंबैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस ने अपनी करतबों से सबको हैरान कर दिया। तेजस ने इस एयर शो के उद्घाटन के दिन ही आसमान में कलाबाजियों का शानदार प्रदर्शन किया। दुबई एयर शो में भारतीय वायु सेना की सारंग एयरोबेटिक टीम ने भी प्रदर्शन किया। इस एयर शो को अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आयोजित किया जा रहा है। दुबई एयर शो के उद्घाटन समारोह के दौरान इसमें हिस्सा लेने वाली सभी टीमों ने फ्लाई पॉस्ट किया। इसे दुनिया का सबसे बड़ा एयरशो बताया जा रहा है। दुबई एयर शो में 20 देशों के पेवेलियन का निर्माण किया गया है। बताया जा रहा है कि इस दौरान कम से कम 160 कॉमर्शियल, मिलिट्री और प्राइवेट जहाजों को प्रदर्शित किया जाएगा। 
इस शो में बोइंग का 777एक्स और बंबॉर्डियर का ग्लोबल 7500 एयरक्राफ्ट भी शामिल हैं। दुबई एयर शो में भारत के एलसीए तेजस लड़ाकू विमान ने पहली बार हिस्सा लिया है। सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम का भी दुबई में यह पहला एयर शो होगा। जबकि, सारंग टीम ने 2005 में यूएई में अल ऐन ग्रांड प्रिक्स में हिस्सा लिया था। यूएई में तेजस विमान की भारत के बाहर चौथी उड़ान थी। इससे पहले यह 2021 में श्रीलंका के एयर शो, 2016 में बहरीन इंटरनेशनल एयर शो और मलेशिया में लैंगकॉवी इंटरनेशनल मैरीटाइम एयरो एक्सपो (एलआईएमए-2019) में हिस्सा ले चुका है। 
तेजस के इस प्रदर्शन को देखकर चीन और पाकिस्तान को साफ संदेश भी मिल गया होगा। पाकिस्तानी एक्सपर्ट अक्सर भारत के तेजस को जेएफ-17 से बेहतर होने का दावा करते रहे हैं। राफेल लड़ाकू विमानों के आने के बाद से, भारतीय एयरफोर्स साफ तौर पर पाकिस्‍तान एयरफोर्स से बेहतर स्थिति में है। तेजस लड़ाकू विमानों की नई खेप के शामिल होने के बाद भारतीय एयरफोर्स और पाकिस्तान एयरफोर्स के बीच का अंतर और बढ़ जाएगा। 
तेजस मार्क1ए में अपने पिछले वर्जन के मुकाबले 43 इम्‍पूव्रमेंट्स हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह पाकिस्‍तान की पूरी फाइटर फ्लीट को धूल चटा सकता है। यही नहीं, तेजस एमके 1ए चीन के अधिकतर लड़ाकू विमानों का भी सामना कर सकता है। तेजस की तुलना अक्‍सर चीन के जियाओलांग जेट से की जाती रही है। हालांकि तेजस कहीं ज्‍यादा एडवांस्‍ड है, जबकि जियाओलांग थर्ड जेनरेशन का फाइटर एयरक्राफ्ट है।
एचएएल तेजस हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के एयरक्राफ्ट रिसर्च एंड डिजाइन सेंटर के सहयोग से एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी की ओर विकसित सिंगल इंजन मल्टीरोल लाइट फाइटर जेट है। इस साल की शुरुआत में एचएएल ने भारतीय वायु सेना को 73 नए तेजस मार्क 1ए लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट जेट और 10 तेजस मार्क 1 दो-सीट प्रशिक्षण जेट बनाने के लिए 6.58 बिलियन डॉलर की डील साइन की थी। भारतीय वायु सेना के लिए तेजस लड़ाकू विमान बेहद अहम हैं। चीन और पाकिस्‍तान की दोहरी चुनौती का सामना करने तेजस बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। 
तेजस के मुकाबले में पाकिस्‍तान अपने जेएफ-17 का दम भरता है। जहां तेजस पूरी तरह स्‍वदेशी जेट हैं, वहीं जेएफ-17 को पाकिस्‍तान ने चीन के साथ मिलकर बनाया है। तेजस न सिर्फ तेज और हल्‍का है, बल्कि इसमें जेएफ-17 के मुकाबले ताकतवर इंजन भी लगा है। इसकी पेलोड क्षमता भी जेएफ-17 से ज्‍यादा है। तेजस को नेवी की जरूरत के हिसाब से मॉडिफाई किया जा चुका है जबकि जेएफ-17 के पास ऐसी क्षमता नहीं है।
 

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