कोलकाता । सोशल मीडिया के वाट्सऐप प्लेटफार्म पर इन दिनों एक ऑडियो क्लिप काफी चर्चा में है। आडियो में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कथित कार्यकर्ता को आगामी निकाय चुनावों में एक उम्मीदवार को नामित करने के लिए ‘रेट’ का हवाला देते हुए सुना गया है। तृणमूल कांग्रेस ने ट्विटर पर इसे साझा किया जिसके बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। भाजपा ने ऑडियो क्लिप को फर्जी बताते हुए दावा किया कि पार्टी को बदनाम करने के लिए यह ‘तैयार’ किया गया है। वाट्सऐप पर हुई बातचीत में एक व्यक्ति को आगामी निकाय चुनावों में एक उम्मीदवार के रूप में नामांकन के लिए कथित तौर पर ‘रेट’ की पूछताछ करते हुए प्रदर्शित किया गया। भाजपा के कथित कार्यकर्ता ने एक दर्जन नामांकन में से प्रत्येक के लिए एक लाख रुपए की ‘कीमत’ का हवाला दिया। यह ऑडियो क्लिप ‘रेट’ पर बातचीत का है, जिसमें भाजपा के कार्यकर्ता ने पार्टी की प्रदेश इकाई के नेताओं के नाम का हवाला देते हुए इसे कम करने में असमर्थता व्यक्त की।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि उनकी पार्टी का कोई भी सदस्य इस तरह की बातचीत में शामिल नहीं है और उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए तृणमूल कांग्रेस द्वारा साजिश की गई है। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा, इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। वैसे भी यह हमें याद दिलाता है कि एक अनुभवी भाजपा नेता तथागत रॉय ने पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा द्वारा उम्मीदवार चयन में पैसे की भूमिका के बारे में क्या कहा था।
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बंगाल में निकाय चुनाव में प्रत्याशी को नामित करने के लिए ‘रेट’ का हवाला देने वाला ऑडियो वायरल