चंडीगढ़। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर अब भी बेहद खराब स्थिति में बना हुआ है। यहां एक्यूआई 400 के आस-पास है। वहीं हरियाणा के भी कई जिले में हालात चिंताजनक हैं। प्रदेश के रोहतक जिले में एक्यूआई लेवल 371 है। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक अभी भी खतरनाक स्तर पर है। यहां शाम होते होते हालात बदत्तर होने लगते है। आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होती है। वहीं वाहन चलाना भी मुश्किल हो जाता है। वहीं चंडीगढ़ में मंगलवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 110 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। इससे लोगों को कुछ राहत मिली है। वैसे भी अन्य शहरों के मुकाबले चंडीगढ़ की स्थिति शुरू से ही बेहतर रही है। यहां अभी तक एक्यूआइ को बेहद खराब स्थिति में दर्ज नहीं किया गया है। सोमवार एक्यूआई लेवल 100 के नीचे था। हालांकि शाम तक यह बढ़ गया है।
रविवार को भी यह शाम तक 121 तक पहुंच गया था। तापमान जैसे-जैसे कम हो रहा है। ठंड बढ़ने से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है। अगले कुछ दिनों में इसके और बढ़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है। चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी स्थिति की मानिटरिंग कर रही है। सभी पाल्यूशन मानिटरिंग स्टेशनों से डाटा जुटाया जा रहा है। चंडीगढ़ प्रशासन दूसरे शहरों के हालात पर नजर बनाए हुए है। इसको देखते हुए कई जरूरी कदम भी उठाए जा रहे हैं। वाटर स्प्रिंकलर से पेड़ों की शाखाओं पर पानी छिड़का जा रहा है। पेड़ों पर जमे प्रदूषण के कणों को नीचे गिराया जा रहा है। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। अगर चंडीगढ़ में भी अगले कुछ दिनों में एक्यूआई बढ़ता है तो सख्त कदम उठाने की जरूरत होगी। जेनरेटर सेट पर पाबंदी लग सकती है। कंस्ट्रक्शन वर्क पर भी पाबंदी लगाने की नौबत आ सकती है। हालांकि यह तभी होगा जब एक्यूआई 300 तक पहुंचेगा।
रीजनल नार्थ
रोहतक की एयर क्वालिटी बहुत खराब, चंडीगढ़ में एक्यूआई 100 के पार -कुछ दिनों में एक्यूआई बढ़ता है तो जेनरेटर सेट पर पाबंदी लग सकती है