नई दिल्ली । पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र सरकार से पूछा है कि कहां कितनी पराली जलाई जा रही है और इस पराली के धुएं की दिल्ली के प्रदूषण में कितनी हिस्सेदारी है। राय ने बताया कि दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलने की हिस्सेदारी पिछले 10 दिनों में बढ़कर 48 प्रतिशत हो गई है। गोपाल राय ने यह भी कहा कि एक संयुक्त कार्ययोजना ही वायु प्रदूषण की समस्या का एकमात्र समाधान है व केजरीवाल सरकार मंगलवार को केंद्र और एनसीआर राज्यों की बैठक में इस बिंदु पर जोर देगी। गोपाल राय ने सोमवार को मेट्रो और दिल्ली परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की वाहन क्षमता बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की। राय ने डीएमआरसी और डीटीसी को इस संबंध में दो दिनों के भीतर योजना तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर हम अक्टूबर में दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी पर विचार करें तो यह चार प्रतिशत भी नहीं हो सकती, क्योंकि मानसून के कारण धान की कटाई देरी से शुरू हुई। राय ने कहा कि इस साल अक्टूबर में दिल्ली की हवा पांच साल में सबसे साफ थी, लेकिन दीपावली के बाद प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ा है। सफर के मुताबिक, दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी पिछले 10 दिनों में बढ़कर 48 प्रतिशत हो गई है। यह केंद्र सरकार का डेटा है जो सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध है।
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