नई दिल्ली । हिमाचल की तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव मे हार के बाद से प्रदेश में भाजपा बैकफुट पर नजर आ रही है। यही नहीं सीएम जयराम ठाकुर ने यहां तक कह दिया कि राज्य में दिग्गज नेता भी लगातार दो बार सरकार नहीं बना पाए हैं। उनके इस बयान को सत्ता छिनने की आशंका के तौर पर देखा जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में लगातार सत्ता परिवर्तन की परंपरा का जिक्र करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा, 'यह बात सही है कि 1985 के बाद से हिमाचल प्रदेश में हर 5 साल पर सरकार बदलती रही है। यहां तक कि जिन्हें बड़े नेता माना जाता था, वे भी लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं लौट पाए।' जयराम ठाकुर ने कहा कि हम अपनी ओर से अच्छा प्रयास करेंगे। हम भाजपा को एक बार फिर से राज्य की सत्ता में वापस लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सरकार और संगठन के स्तर पर पूरा प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव में अभी एक साल का वक्त है और तब तक सरकार की ओर से उन चीजों पर फोकस किया जाएगा, जिन्हें लेकर चिंता जताई गई है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के नतीजे उम्मीदों के विपरीत रहे हैं। इस बारे में 24 से 26 नवंबर तक राज्य कार्यकारिणी की बैठक में विचार किया जाएगा। सीएम जयराम ने कहा कि इस मीटिंग में हम बैठेंगे और जो भी कमियां रह गई हैं, उनमें सुधार के लिए बात करेंगे। उन्होंने कहा कि हम निश्चित तौर पर सुधार करते हुए आगे बढ़ेंगे। हालांकि चुनाव के नतीजों के बाद सरकार में किसी भी तरह के फेरबदल के सवाल को उन्होंने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी लीडरशिप की ओर से कोई चर्चा नहीं की गई है। संगठन की ओर से भी ऐसी कोई बात नहीं कही गई है। अपनी भूमिका पर उठ रहे सवालों को लेकर भी जयराम ठाकुर ने कहा कि मैं आज जो कुछ भी हूं, पार्टी के चलते हूं। पार्टी जब भी कोई आदेश करेगी, उसे स्वीकार किया जाएगा। लेकिन अभी से कुछ भी कहा नहीं जा सकता।
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हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने खुद जताई सत्ता छिनने की आशंका