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‘सिडनी संवाद’ में बोले पीएम मोदी- 1.3 अरब से अधिक भारतीयों की अपनी अलग डिजिटल पहचान - 6 लाख गांवों को जोड़ने में जुटा भारत 

‘सिडनी संवाद’ में बोले पीएम मोदी- 1.3 अरब से अधिक भारतीयों की अपनी अलग डिजिटल पहचान - 6 लाख गांवों को जोड़ने में जुटा भारत 

नई दिल्ली । देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित सिडनी डायलाग को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल युग हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है। इस आयोजन में पीएम मोदी ने भारत के प्रौद्योगिकी अभ्युदय व क्रांति विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। सिडनी डायलाग का आयोजन 17 से 19 नवंबर तक हो रहा है। यह आयोजन आस्ट्रलियाई रणनीतिक व नीति संस्थान की पहल है। पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत में पांच अहम बदलाव हो रहे हैं। हम सबसे व्यापक पब्लिक इंफर्मेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं… हम 6 लाख गांवों को जोड़ने की राह पर है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने कोविन और आरोग्य सेतु का उपयोग कर तकनीक के इस्तेमाल से भारत में वैक्सीन के 110 करोड़ से ज्यादा डोज पहुंचाए हैं।’
पीएम ने कहा कि भारत पहले ही कारोबार जगत को साइबर सुरक्षा से जुड़े समाधान और सेवाएं देने का बड़ा केंद्र है। उन्होंने कहा कि हमने साइबर सुरक्षा में भारत को ग्लोबल हब बनाने के लिए उद्योग के साथ टास्कफोर्स का गठन किया है। उन्होंने कहा, ‘आज की तकनीक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट डेटा है। भारत में हमने डेटा की रक्षा, निजता और सुरक्षा के लिए मजबूत ढांचा तैयार किया है।’ भाषण में पीएम मोदी ने कोविन प्लेटफॉर्म का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘हमने पूरी दुनिया को मुफ्त में कोविन प्लेटफॉर्म पेश किया और इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर बनाया। लोगों की भलाई, समावेशी विकास और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए तकनीक और नीति के उपयोग का व्यापक अनुभव विकासशील देश के लिए बड़ा मददगार हो सकता है।’ पीएम ने कहा, ‘लोकतंत्र और डिजिटल अगुआ के रूप में भारत साझा समृद्धि और सुरक्षा के लिए साझेदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है। भारत की डिजिटल क्रांति की जड़ें हमारे लोकतंत्र, हमारी जनसांख्यिकी और हमारी अर्थव्यवस्था के पैमाने से जुड़ी हुई हैं। इसे हमारे युवाओं के नवाचार और उद्यम ने ताकत दी है।’
‘सिडनी संवाद’ को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत एवं ऑस्ट्रेलिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को क्षेत्र और दुनिया के लिए कल्याणकारी बताया। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है; इसने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को फिर से परिभाषित किया है। डिजिटल युग संप्रभुता, शासन, नैतिकता, कानून, अधिकारों और सुरक्षा के समक्ष नए प्रश्न खड़े कर रहा है। पीएम ने कहा कि ‘भारत में हम दुनिया की सबसे व्यापक जन सूचना अवसंचना विकसित कर रहे हैं। 1.3 अरब से अधिक भारतीयों की अपनी अलग डिजिटल पहचान है; भारत 6,00,000 गांव को ब्रॉडबैंड से जोड़ने के मार्ग पर अग्रसर है। हमने भारत में डाटा संरक्षण, निजता और सुरक्षा के लिए मजबूत ढांचा तैयार किया है।’ क्रिप्टोकरंसी के मुद्दे पर पीएम ने कहा कि ‘यह महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक देश मिलकर काम करें और यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न पड़े। हम 5जी और 6जी जैसी दूरसंचार प्रौद्योगिकियों में स्वदेशी क्षमताएं विकसित करने में निवेश कर रहे हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने उद्घाटन भाषण दिया। ‘सिडनी संवाद’ दरअसल राजनेताओं, उद्योग क्षेत्र की हस्तियों और सरकारी प्रमुखों को व्‍यापक चर्चाएं करने, नए विचार सृजित करने और उभरती एवं महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न अवसरों एवं चुनौतियों की सामान्य समझ विकसित करने की दिशा में काम करने के लिए एक मंच पर लाएगा। ‘सिडनी संवाद’ में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी मुख्य भाषण देंगे।
 

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