जम्मू । कांग्रेस के असंतुष्ट जी-23 नेताओं के साथ हमकदम चलने वाले गुलाम नबी आजाद की जम्मू-कश्मीर में बड़ती सक्रियता ने कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। जहां एक ओर कांग्रेस के तमाम नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए अपने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कठुआ में बड़ी रैली की। इसे शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। इस दौरान गुलाम नबी आजाद ने कहा, वे वहीं करेंगे, जो जम्मू कश्मीर के लोग राज्य की बेहतरी के लिए उनसे कराना चाहते हैं। उधर, कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद के इस शक्ति प्रदर्शन के बाद उन्हें डिसिप्लिनरी ऐक्शन कमेटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
जम्मू कश्मीर में हाल ही में चार पूर्व मंत्रियों और तीन पूर्व विधायकों ने कांग्रेस में अपने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा है कि ये नेता आजाद के करीबी हैं। इन नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान पर अनसुनी करने का भी आरोप लगाया है। हालांकि, आजाद ने इस मुद्दे की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
रैली के बाद जब आजाद से पूछा गया कि क्या वे कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार होंगे, तो उन्होंने जवाब दिया, मैं वही करूंगा, जो जम्मू कश्मीर को लोग राज्य की बेहतरी के लिए मुझसे कराना चाहते हैं। वहीं, इस्तीफा देने वाले जो नेता आजाद की रैली में शामिल हुए, उन्होंने कहा, उन्हें जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर सिर्फ गुलाम नबी आजाद पसंद हैं, न कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर।
पूर्व मंत्री मनोहर लाल शर्मा ने कहा, मीर हमें मंजूर नहीं हैं। शर्मा भी उन्हीं नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने इस्तीफा दिया है। वहीं, गुलाम नबी आजाद ने कहा, उन्हें नेताओं के इस्तीफे के बारे में अखबारों से जानकारी मिली। मुझसे किसी ने सलाह नहीं ली, मैं इन इस्तीफों के लिए जिम्मेदार नहीं हूं। आजाद ने कहा, मैंने नाराज नेताओं से बात भी नहीं की, क्यों कि यह उनका निजी विचार है। मेरे लिए सभी बराबर हैं। मैं किसी एक या दूसरी टीम के साथ नहीं हूं। वहीं, प्रदेश कांग्रेस में उनके करीबियों द्वारा उठाए जा रहे मुद्दों पर आजाद ने कहा, नेताओं को शिकायतें हैं। हालांकि, जब रैली के बारे में पूछा गया तो आजाद ने कहा, ये शक्ति प्रदर्शन नहीं है। मैं जम्मू कश्मीर के आंतरिक हिस्सों में भी गया हैं। पहले राज्य प्रशासन और बाद में कोरोना के चलते मैं दौरा नहीं कर पाया। अब यह लोगों को जानने की कोशिश है। कांग्रेस ने डिसिप्लिनरी ऐक्शन कमेटी का दोबारा गठन किया है। इस कमेटी से आजाद और सुशील शिंदे को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। अब एके एंटनी इस कमेटी के चेयरमैन होंगे। कमेटी के अन्य सदस्यों के तौर पर अंबिका सोनी, तारिक अनवर, जेपी अग्रवाल को शामिल किया गया। तारिक अनवर सचिव होंगे।
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कठुआ में गुलाम नबी की रैली के बाद कांग्रेस ने डिसिप्लिनरी ऐक्शन कमेटी से निकाला