पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पुलिस को ऐसी शिकायतें मिली हैं कि शादी-कार्यक्रम में कुछ लोगों को शराब पिलाने का इंतजाम किया जाता है। पुलिस को कहीं से कोई सूचना मिल रही है तो उसके हिसाब से वह वहां जाकर कार्रवाई कर रही है। इसके लिए तो किसी को चिंता नहीं करनी चाहिए। यह सामान्य जांच का हिस्सा है, जिन्होंने ऐसा नहीं किया है उन्हें डरने की कोई बात नहीं।
उन्होंने कहा जब गड़बड़ करते ही नहीं हैं, तो दिक्कत क्या है? मुख्यमंत्री सोमवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। पत्रकारों ने सवाल किया था कि राज्यभर में छापेमारी हो रही है, जिसकी प्रशंसा हो रही है। पर, इनमें कई जगहों से शिकायतें भी आ रही हैं कि पुलिस शादी-समारोह में अचानक पहुंच कर तलाशी ले रही है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बहुत अच्छा है कि कहीं के बारे में पता चला तो पुलिसवालों ने कार्रवाई की।
उन्होंने यह भी कहा कि इसकी जानकारी हमलोगों को नहीं है। जो समचारों में आता है, उसी को देखते हैं और इसके बारे में जानकारी लेते हैं। यह जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस को दी गई है कि एक-एक चीज की सख्ती से निगरानी करे। शराबबंदी का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई कीजिए। शराब पीना और उपलब्ध कराना गलत, अनैतिक और गैरकानूनी है। ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। लोगों को जागरूक भी करना होगा।
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि लोगों में छापेमारी से भय नहीं बल्कि खुशी होगी, आप देखिएगा। पूरी तैयारी चल रही है। वर्ष 2016 में शराबबंदी लागू हुई थी। इसके बाद से अभियान चलाए गए। इधर हाल में जब घटना घटी तो फिर से इसका निर्णय लिया गया। नौ बार समीक्षा बैठक की गई। इस बार जो समीक्षा बैठक हुई, उसमें हमने अधिकारियों से कह दिया है। एक-एक चीज को देखिए। अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है। अब तो इसके बारे में 26 नवंबर को फिर से शपथ भी करवाएंगे।
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जब शराब पार्टियां नहीं हो रहीं तो परेशान क्यों हैं, शादियों में पुलिस छापेमारी पर बोले सीएम नीतीश