भगवानपुर । अपने प्रेमी को जीवन साथी बनाने के लिए फ्रांस के पेरिस में रहने वाली एक युवती ने सात समंदर पार कर प्रेमी के बेगूसराय स्थित मूल गांव कठरिया पहुंच कर शादी रचाई। रविवार की रात जब दोनों की शादी हुई तो देसी दूल्हा और विदेशी दुल्हन को देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हिन्दू रीति रिवाज के साथ दोनों की शादी संपन्न होने के बाद अगले दिन सोमवार को भी विदेशी दुल्हन को देखने के लिए घर पर रिश्तेदारों और ग्रामीणों का तांता लगा रहा।
मंगलवार की अहले सुबह नवविवाहिता दुल्हन ससुराल से चली गई। कटहरिया निवासी रामचंद्र साह के पुत्र राकेश कुमार ने पेरिस की रहने वाली बिजनेसमैन मैरी लोरी हेरल के साथ सनातन परंपरा के अनुसार विवाह रचाया। सात समंदर पार से विवाह करने के लिए न सिर्फ लड़की आई थी, बल्कि लड़की के परिजन भी साथ आए थे। अगले सप्ताह फिर दूल्हा और दुल्हन विदेश लौट जाएंगे। लड़के के पिता रामचंद्र साह ने बताया कि उनका बेटा राकेश दिल्ली में टूरिस्ट गाइड का काम करता था।
इसी दौरान, छह साल पहले भारत घूमने आई मैरी से उसकी मुलाकात हुई। दोनों अच्छे दोस्त बन गए। भारत से अपने देश लौट जाने के बाद दोनों की बातचीत कब प्रेम प्रसंग में बदल गई किसी को पता ही नहीं चला। इसके बाद करीब तीन साल पहले राकेश भी पेरिस चला गया। वहां राकेश मैरी के साथ मिलकर पार्टनरशिप में कपड़ा का व्यवसाय करने लगा। कपड़ा का व्यवसाय करने के दौरान दोनों का प्रेम-प्रसंग प्रगाढ़ होता गया। इसकी जानकारी जब मैरी के परिजनों को लगी तो दोनों की शादी के लिए परिजन राजी हो गए।
पहले पेरिस में ही शादी का प्लान बना लेकिन मैरी को भारतीय सभ्यता और संस्कृति इतनी पसंद थी कि उसने भारत आकर अपने होने वाले पति के गांव में शादी करने का प्लान बनाया। इसके बाद मैरी अपने माता-पिता एवं राकेश के साथ गांव पहुंची, जहां रविवार की रात भारतीय सनातन परंपरा के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दोनों की शादी संपन्न हुई। विदेशी दुल्हन को देखने के लिए घर पर रिश्तेदारों और ग्रामीणों का तांता लगा रहा।
रीजनल ईस्ट
फ्रांसीसी दुल्हन ने देसी दूल्हे के साथ लिए सात फेरे, बेगूसराय में शादी देखने जुटी भारी भीड़