नई दिल्ली । केरल के पलक्कड़ जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता की हत्या के मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक पदाधिकारी को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। जिला पुलिस प्रमुख आर विश्वनाथ ने बताया कि गिरफ्तार किया गया पीएफआई का पदाधिकारी जिले के मांबरम में ए संजीत की हत्या में सीधे तौर पर शामिल था। पुलिस ने कहा कि इस मामले में दोषी अन्य लोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में पीएफआई के आरोपी पदाधिकारी की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है क्योंकि जांच के हिस्से के रूप में उसकी पहचान परेड की जानी है। पीड़ित की पत्नी ने कहा था कि वह उन लोगों की पहचान कर सकती है जिन्होंने कार में आकर उसके पति संजीत की हत्या की थी। पुलिस ने कहा था कि संजीत (27) की 15 नवंबर को उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह अपनी पत्नी को उसके दफ्तर ले जा रहा था। इससे पहले आज, पुलिस ने कहा कि उन्होंने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और संघ परिवार के संगठनों ने आरोप लगाया है कि दिन दहाड़े की गयी इस हत्या के पीछे इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं का हाथ है। हालांकि, एसडीपीआई ने भाजपा के इन आरोपों को खारिज कर दिया है। इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और इस हत्या की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की। भाजपा नेता ने अमित शाह को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि पिछले पांच सालों में कथित जिहादी समूहों द्वारा केरल में आरएसएस-भाजपा के 10 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अब तक संघ परिवार के लगभग 50 कार्यकर्ताओं को जिहादी समूहों द्वारा मार दिया गया है।
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आरएसएस वर्कर की हत्या के मामले में इस्लामिक संगठन का सदस्य अरेस्ट