कानपुर । न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि अपने हैं क्योंकि हर बार शतक नहीं लगाया जा सकता है। रहाणे ने कहा कि अगर किसी बल्लेबाज के कम रन बनाने के बाद भी टीम को जीत मिल रही है तो उस योगदान को अच्छा ही माना जाएगा। रहाणे ने कहा, मैं अपनी फॉर्म के बारे में चिंतित नहीं हूं। मेरा काम अपनी टीम के जितना संभव हो सके, उतना योगदान करना है। योगदान का मतलब यह नहीं है कि आपको प्रत्येक मैच में 100 रन बनाने की जरूरत है।
वहीं यह तय है कि अगर रहाणे इस सीरीज में रन नहीं बनाते हैं तो उन्हें आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम में शायद ही जगह मिले। इसको लेकर रहाणे का कहना है कि भविष्य में क्या होना वाला है, मैं उसे लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हूं। भविष्य में जो होना होगा, वो होगा ही इसलिए मुझे वर्तमान में बने रहने की जरूरत है ताकि मैं इस समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकूं। वहीं यह पूछने पर कि क्या यह संभव है कि बल्लेबाज और कप्तान को अलग-अलग करके देखा जाए? इस पर उन्होंने कहा, जब मैं बल्लेबाजी कर रहा होता हूं तो मेरा ध्यान सिर्फ बल्लेबाजी पर होता है और मैं उसी क्षण में होता हूं। यह इतना ही सरल है। जब मैं फील्डिंग कर रहा होता हूं तो मैं सोच रहा होता हूं कि हमारी योजनाए किस तरह की हैं और रणनीति कैसी है।
साथ ही कहा कि नए मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें कोई विशेष गुर नहीं दिए हैं, बल्कि उन्हें चीजों को सरल रखने को कहा है क्योंकि वे काफी अनुभवी हैं। रहाणे ने कहा, राहुल भाई ने हमें अपने मजबूत पक्षों का समर्थन करने और चीजें सरल रखने को कहा है।
स्पोर्ट्स
फार्म को लेकर परेशान नहीं हैं रहाणे