नई दिल्ली । शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गोवा में कांग्रेस पार्टी को झटका देने की तैयारी में है।
एनसीपी नेताओं का एक वर्ग ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गोवा में तीसरे मोर्चे के लिए बातचीत की वकालत कर रहा है। एनसीपी महासचिव और गोवा प्रभारी प्रफुल्ल पटेल ने एआईसीसी प्रभारी दिनेश गुंडू राव, चुनाव पर्यवेक्षक पी चिदंबरम और जीपीसीसी नेताओं से गठबंधन की स्थिति को लेकर अपनी पार्टी की नाखुशी से अवगत कराया है। पटेल ने कहा है कि कांग्रेस का समय समाप्त हो रहा है। एनसीपी के एक नेता ने कहा, "हमने सुना है कि गोवा के कांग्रेस नेता अपनी चुनावी रणनीति को लेकर झगड़ रहे हैं और एआईसीसी अब तक इसे सुलझाने में असमर्थ रही है। राकांपा काफी धैर्यवान रही है, लेकिन हम अंतहीन इंतजार नहीं कर सकते।" पार्टी विधायक चर्चिल अलेमाओ सहित गोवा के राकांपा नेताओं के एक वर्ग ने टीएमसी के साथ गठबंधन वार्ता की वकालत शुरू कर दी है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि शरद पवार भाजपा विरोधी और गैर-कांग्रेसी तीसरे मोर्चे के लिए पहल कर सकते हैं जिसमें टीएमसी, आप, राकांपा और अन्य शामिल होंगे। राव ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस एनसीपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) और महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठबंधन की बातचीत करेगी, लेकिन गोवा में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता एनसीपी और जीएफपी के साथ गठबंधन को लेकर बंटे हुए हैं। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, राकांपा के साथ गठबंधन का विरोध करने वालों की राय थी कि कांग्रेस अपने दम पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए काफी मजबूत है। जीएफपी के साथ गठजोड़ का विरोध करने वाले एक वर्ग ने अपने नेता विजय सरदेसाई का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस को धोखा दिया और 2017 में चुनावों के बाद भाजपा की सरकार बनाने में मदद की।
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गोवा में कांग्रेस को लगेगा बड़ा झटका अब एनसीपी कर रही है टीएमसी संग गठबंधन की तैयारी