लखनऊ । संविधान दिवस के अवसर पर सूबे की राजधानी मे मुख्यमंत्री कार्यालय, लोकभवन स्थित आॅडीटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी सहित दोनो उप मुख्यमंत्रियों व मंत्रियों ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री का संबोधन सुना। इसके बाद सीएम ने भी संविधान दिवस एवं अधिवक्ता कल्याणार्थ आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को हमारे देश के संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित व आत्मार्पित किया गया था। इस दौरान अलग-अलग समितियों के प्रारूप को एक रूप देने के लिए एक शिल्पी के रूप में बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी को यह दायित्व दिया गया था। बाबा साहब की 125वें जयंती वर्ष में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा संविधान दिवस मनाया गया। संविधान के ही कारण हम सभी को एक सामान मताधिकार प्राप्त हुआ है।
योगी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को न केवल संविधान से प्रदत्त अधिकार प्राप्त हुए हैं, बल्कि भारत को दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए हर नागरिक को कुछ कर्तव्य भी बताए गए हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज हमने माननीय राष्ट्रपति के साथ संविधान की प्रस्तावना को दोहराया है। इसके साथ हमें महामहिम राष्ट्रपति,माननीय उपराष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जी का उद्बोधन सुनने को प्राप्त हुआ है। आज संविधान दिवस पर मैं सभी को हृदय से बधाई देता हूं। भारत के संविधान निर्माताओं की भावनाओं के अनुरूप हम सब भी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक कर सकें, इसके लिए आप सभी के प्रति मैं अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं।
इस मौके पर यूपी की कानून व्यवस्था का जिक्र करते हएु उन्होने कहा कि सूबे की कानून-व्यवस्था देश के लिए एक नजीर बन रही है। जब देश विभिन्न कानून व्यवस्थाओं की चुनौतियों से गुजर रहा होता है, तब उत्तर प्रदेश आनंद के साथ अपने पर्व और त्योहारों को आनंद के साथ मनाता हुआ दिखता है। उन्होंने कहा कि आज भारत तेजी के साथ दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा है, उतनी ही तेजी के साथ वे षड्यंत्र भी प्रारंभ होते हुए दिखाई देते हैं, जो भारत को एक भारत, श्रेष्ठ भारत के रूप में आगे नहीं बढने देना चाहते हैं। हमको इन चुनौतियों से भी निपटना होगा।
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संविधान दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- देश में नजीर बनी उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था