नई दिल्ली । तेज हवाओं चलते राजधानी दिल्ली के लोगों को दमघोंटू प्रदूषण से दो दिन राहत मिलेगी। हालांकि, दो दिन बाद फिर से वायु गुणवत्ता के खराब होने की आशंका है। इस बीच, रविवार को लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में रहा। दिल्ली के लोग इस समय साल के सबसे भयावह प्रदूषण का सामना कर रहे हैं। दीवाली के बाद से ही दिल्ली के लोगों को जानलेवा प्रदूषण से राहत नहीं मिली है। इस बीच सिर्फ एक दिन ऐसा रहा है जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक से नीचे आया हो। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक रविवार के दिन दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 405 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। यह लगातार चौथा दिन है जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक से ऊपर बना हुआ है। इससे पहले, शनिवार के दिन सूचकांक 402 के अंक पर रहा था। यानी इसमें तीन अंकों का इजाफा हुआ है। रात के समय हवा की गति में थोड़ा इजाफा हुआ था। इसके चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक में हल्का सुधार हुआ था। सुबह आठ बजे के लगभग यह 399 के अंक पर रहा था। लेकिन, हवा की रफ्तार थमने के साथ ही हवा फिर से पहले जैसी जहरीली हो गई। तेज हवाओं चलते राजधानी दिल्ली के लोगों को दमघोंटू प्रदूषण से दो दिन राहत मिलेगी। हालांकि, दो दिन बाद फिर से वायु गुणवत्ता के खराब होने की आशंका है। इस बीच, रविवार को लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में रहा। दिल्ली के लोग इस समय साल के सबसे भयावह प्रदूषण का सामना कर रहे हैं। दीवाली के बाद से ही दिल्ली के लोगों को जानलेवा प्रदूषण से राहत नहीं मिली है। इस बीच सिर्फ एक दिन ऐसा रहा है जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक से नीचे आया हो। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक रविवार के दिन दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 405 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। यह लगातार चौथा दिन है जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक से ऊपर बना हुआ है। इससे पहले, शनिवार के दिन सूचकांक 402 के अंक पर रहा था। यानी इसमें तीन अंकों का इजाफा हुआ है। रात के समय हवा की गति में थोड़ा इजाफा हुआ था। इसके चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक में हल्का सुधार हुआ था। सुबह आठ बजे के लगभग यह 399 के अंक पर रहा था। लेकिन, हवा की रफ्तार थमने के साथ ही हवा फिर से पहले जैसी जहरीली हो गई। केन्द्र द्वारा संचालित संस्था सफर के मुताबिक अगले दो दिनों के बीच हवा की रफ्तार अपेक्षाकृत तेज होंगी। इस दौरान दस किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार वाली हवाएं चलेंगी। हवा की रफ्तार तेज होने पर हवा में मौजूद प्रदूषक कणों का बहाव तेज हो जाता है। इससे प्रदूषण के स्तर में गिरावट आती है। जबकि, हवा शांत रहने पर प्रदूषक कण वातावरण में ही जमे रहते हैं। हालांकि, अभी हवा की रफ्तार इतनी तेज नहीं होगी कि वातावरण पूरी तरह साफ-सुथरा हो जाए। लेकिन, इसमें थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
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तेज हवाओं के चलते दिल्ली को दमघोंटू प्रदूषण से 2 दिन राहत