मुंबई, । महाराष्ट्र में एक दिसंबर से स्कूल शुरू करने का फैसला लिया गया है. इसी पृष्ठभूमि में शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा एक से चौथी और शहरी क्षेत्रों में कक्षा एक से सातवीं तक सुरक्षित शुरुआत के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रो वर्षा गायकवाड़ ने सभी स्कूलों से इन निर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपील की है. इस संबंध में सोमवार को शासनादेश जारी कर दिया गया है। नए शासनादेश के तहत महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में पहली से चौथी और शहरी इलाकों में पहली से सातवीं तक की कक्षाओं को ऑफलाइन मोड में फिर से शुरू करने से पहले शिक्षकों और विद्यालय कर्मचारियों का पूर्ण रूप से टीकाकरण होने समेत कई दिशा निर्देशों का पालन करना जरूरी होगा. आपको बता दें कि राज्य में प्राथमिक विद्यालय परिसर में फिजिकल क्लास कोरोना महामारी के मार्च, 2020 में दस्तक देने के बाद से ही बंद हैं. राज्य स्वास्थ्य सेवा निदेशक ने सभी जिलों और निकायों के स्वास्थ्य अधिकारियों को लिखे पत्र में विद्यालयों में कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार में छह फुट की सामाजिक दूरी, अनिवार्य तौर पर मास्क पहनना और हाथ धोने जैसे नियमों का पालन होना अनिवार्य किया है. दिशानिर्देश में कहा गया है कि अधिक संख्या में विद्यार्थियों वाली कक्षा में 15 से 20 विद्यार्थी बैठेंगे। एक बेंच पर एक ही छात्र बैठेगा, अधिक संख्या में छात्रों वाले स्कूलों में दो सत्रों में स्कूल भरा जाना चाहिए। एक कक्षा में दो बेंचों के बीच की दूरी छह फीट होनी चाहिए। विद्यार्थियों को हाथ धोने, मुंह और नाक को छींकते या खांसते समय रूमाल या टिशू पेपर से ढंकने के बारे में बताना चाहिए. दिशानिर्देश में कहा गया कि विद्यालयों में मास्क और सैनिटाइजर की पर्याप्त खेप मौजूद होनी चाहिए. यह भी कहा गया कि अगर किसी विद्यार्थी में संक्रमण के लक्षण दिखें तो उसके साथ भेदभाव न किया जाए और तत्काल उसके अभिभावक को सूचना दी जाए तथा इस बीच उसे एक अलग कमरे में बैठाया जाना चाहिए.
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महाराष्ट्र में एक दिसंबर से स्कूल खोलने के लिए जारी हुए दिशा निर्देश