नई दिल्ली । खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने असम में महिला अगरबत्ती कारीगरों को सशक्त बनाने तथा स्थानीय अगरबत्ती उद्योग को मजबूत करने के लिए एक अनूठा बिजनेस मॉडल तैयार किया है, जिसकी राज्य में रोजगार सृजित करने में प्रमुख भूमिका है। केवीआईसी ने असम में कामरूप जिले के बिरकुची में अपनी अगरबत्ती निर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रमुख प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत 70 आदिवासी महिलाओं को शामिल किया है। केवीआईसी ने एक व्यवसायिक सहयोगी भी बनाया है, जो असम का सफल स्थानीय अगरबत्ती निर्माता है। यह सहयोगी कच्चा माल उपलब्ध कराएगा और श्रम शुल्क का भुगतान करके इन 70 महिला उद्यमियों द्वारा बनाई गई अगरबत्ती को वापस लेकर उनकी बिक्री करेगा। ये महिलाएं 7 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जुड़ी हुई हैं। केवीआईसी ने असम के रूपनगर में एक बहु अनुशासनिक प्रशिक्षण केंद्र (एमडीटीसी) का भी उद्घाटन किया, जो युवा उद्यमियों को मधुमक्खी पालन, मिट्टी के बर्तन बनाने और चमड़ा उद्योग आदि जैसे विभिन्न स्वरोजगार गतिविधियों के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
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केवीआईसी ने असम में 70 महिला अगरबत्ती कारीगरों के लिए अनोखा बिजनेस मॉडल तैयार किया