नई दिल्ली । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हमलोग जातीय जनगणना के पक्ष में हैं। इससे सबको फायदा होगा। ये बहुत ठीक चीज है। हमलोग इसे ठीक ढंग से करवायेंगे ताकि कोई छूटे नहीं। जातीय जनगणना को लेकर बिहार में जल्द ही सर्वदलीय बैठक होगी। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने सर्वदलीय बैठक पर कहा कि हमलोग इसे करना चाह रहे हैं। हमने बात कर ली है। उपमुख्यमंत्री को भी अपनी पार्टी के लोगों से बात करने के लिए कहा है। बाकी सब लोगों से बातचीत हो गई है। जब वे बातचीत कर लेंगे और इसके बारे में बताएंगे तो उसके बाद ऑल पार्टी मीटिंग की जाएगी। इन प्रिंसिपल (सैद्धांतिक तौर पर) हम पहले ही से जातीय जनगणना को लेकर बार-बार कह रहे हैं। हम इसलिए ऑल पार्टी मीटिंग करना चाह रहे हैं कि इसके बारे में सब लोगों की समझ बहुत साफ होनी चाहिए। जनगणना हम किस तरह से कराएंगे, उस पर सब लोगों की एक राय होनी चाहिए। कैसे करेंगे, किस प्रकार से करेंगे, किस माध्यम से करेंगे, इन सब पर पूरी तैयारी करवा रहे हैं। जब इस पर सबकी राय बन जाएगी तो सारी चीजों को मीटिंग में फाइनल करेंगे। सभी पार्टी की मीटिंग में एक राय होगी, उसी के आधार पर निर्णय लेकर सरकार उसका एलान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी होगा कि बहुत लोग सब-कास्ट (उपजाति) ही बोलेंगे, कास्ट नहीं बोलेंगे। इसलिए सब-कास्ट और कास्ट को हर तरह से देखना है। एक-एक चीज के लिए हमने लोगों को कहा भी है। बात भी की है। क्या-क्या किया जाएगा, इन सब चीजों के बारे में अभी कुछ नहीं कहेंगे। जब मीटिंग होगी, उसी समय कुछ बात को रखेंगे। सबकी सहमति से जो बात निकलेगी, उसी के आधार पर सरकार की तरफ से कास्ट बेस्ड सेंशस का जो तरीका होगा, उसके बारे में एलान किया जाएगा। जैसे ही सबकी सहमति आएगी, उसके बाद एक तारीख तय करेंगे और पूरे डिटेल में हमलोग बातचीत करेंगे। हमको नहीं लगता है किसी तरह की असहमति की कोई गुंजाइश है। कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रोन के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। एक बार फिर से दुनियाभर में यह फैल रहा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर बिहार सरकार पूरी तरह से अलर्ट है। इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने भी इसको लेकर पूरी जानकारी दे दी है। इसको लेकर हमलोगों ने समीक्षा बैठक की है। सभी लोग इसको लेकर सजग हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच भी तेजी से हो रही है। बिहार में खाद की किल्लत के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद की कुछ दिक्कत है। इसको लेकर हमने केंद्रीय मंत्री से बात की है। उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि 7 दिनों के अंदर बिहार में खाद की पर्याप्त खेप पहुंच जाएगी। इसको लेकर हमने राज्य के कृषि मंत्री और अधिकारियों को कॉन्शस रहने को कहा है। एक-दो दिनों के बाद हम फिर से बिहार में खाद की उपलब्धता को लेकर समीक्षा करेंगे। खाद की उपलब्धता में कुछ कमी आई थी, इसको लेकर केंद्र सरकार प्रयास कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने मुझे आश्वस्त किया है कि कुछ दिनों में समस्या का हल निकल जाएगा।
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नीतीश का बड़ा दांव बिहार में जातीय जनगणना कराने का किया ऐलान