नई दिल्ली । आयकर विभाग ने आभूषण, कपड़ा और घरेलू उपकरणों की बिक्री से संबंधित तमिलनाडु स्थित दो समूहों पर छापेमारी के बाद करोड़ों रुपये की कर चोरी का पता लगाया है। यह छापेमारी एक दिसंबर को अज्ञात समूहों के चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै और तिरुनेलवेल्ली स्थित शोरुम पर की गई। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने उक्त जानकारी देते हुए एक बयान में कहा कि विभाग ने इस अभियान के दौरान 10 करोड़ रुपये नकद और छह करोड़ रुपये मूल्य के गहने जब्त किए हैं। उन्होंने दोनों समूहों पर कर अपवंचना के आरोप बताए हैं।
बयान में कहा गया है कि पहले समूह के मामले में, जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि समूह अपने बहीखातों में हेरफेर करके बिक्री को “व्यवस्थित रूप से दबाने” में सक्रिय रूप से शामिल था। सीबीडीटी ने कहा, “बीते कई वर्षों के दौरान 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य की कम बिक्री दर्शाई गई है।”
बयान में कहा गया है कि यह भी पाया गया कि समूह ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान कपड़ा विभाग और आभूषण विभाग में लगभग 150 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकद खरीद की थी।
विभाग ने बताया कि दूसरे समूह के मामले में, “आपत्तिजनक” सामग्री से पता चलता है कि समूह ने पार्टियों के एक समूह से 80 करोड़ रुपये के “फर्जी बिल” प्राप्त किए थे और इस तरह से कर योग्य आय को “छिपाया” था।
सीबीडीटी ने आरोप लगाया, “सोने की बेहिसाब खरीद से संबंधित साक्ष्य भी एकत्र किए गए हैं। यह पाया गया कि समूह आभूषणों के बढ़े हुए ‘मेकिंग चार्ज' (गहने बनाने में लगने वाला शुल्क) दिखा रहा था।”
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आयकर विभाग ने तमिलनाडु स्थित दो समूहों पर छापेमारी में करोड़ों की कर चोरी का पता लगाया