शिमला। हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी के बाद मौसम साफ हो गया है। लेकिन ठंड बढ़ गई है। प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में न्यूनतम पारा माइनस से नीचे चल रहा है। ठंड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लाहौल स्पीति में सरसों के तेल के पैकेट भी जम गए हैं। यहां पर न्यूनतम पारा -7 डिग्री और अधिकतम तापमान 1 डिग्री है। लाहौल में 5-6 अक्तूबर को भारी हिमपात हुआ था। वहीं, सूबे में अगले चार दिन तक मौसम साफ रहेगा और धूप खिलेगी।
जानकारी के अनुसार, लाहौल-स्पीति में बर्फबारी के बाद जनजीवन थम सा गया है। लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। झीलों-झरनों के बाद अब रसोई में रखा सरसों तेल और रिफाइंड भी जमने लगा है। प्लास्टिक के बंद पैकेटों में जमे तेल को तंदूर के समीप पिघलाना पड़ रहा है। यही नहीं, नल में पानी जम गया है। घाटी के चंद्रावैली, दारचा क्षेत्र सहित समूची मयाड़ घाटी में दिन के समय भी शीतलहर का प्रकोप है। लाहौल में 100 से ज्यादा संपर्क मार्ग बर्फबारी से बाधित हैं। बीआरओ 94आरसीसी के अनुसार, स्टेट हाईवे उदयपुर-पांगी बीती रात को हुए भूस्खलन के कारण कड़ू नाले के पास सभी वाहनों के लिए अवरुद्ध हो गया है। सड़क को बहाल करने का काम शुरू कर दिया गया है। हिमाचल में 12 दिसंबर तक मौसम साफ रहेगा। इस दौरान कहीं भी बारिश बर्फबारी के आसार नहीं हैं। शिमला के मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से यह जानकारी दी गई है। शिमला से ज्यादा ठंडा कल्पा और सुंदरनगर रहा है। यहां रातें ज्यादा सर्द हैं।
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लाहौल में कड़ाके की ठंड से सरसों और रिफाइंड के तेल के पैकट भी जमे -हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी के बाद अब साफ हो गया है मौसम