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एस्टेरिया एयरोस्पेस ने भारत का पहला माइक्रो कैटेगरी ड्रोन प्रदर्शित किया

एस्टेरिया एयरोस्पेस ने भारत का पहला माइक्रो कैटेगरी ड्रोन प्रदर्शित किया

ग्वालियर । एस्टेरिया एयरोस्पेस ने स्वदेशी तौर पर डिजाइन और विकसित, माइक्रो ड्रोन, ए200-एक्सटी प्रदर्शित किया। यह ड्रोन निगरानी का  काम बेहद कारगर तरीके से करता है। ग्वालियर में चल रहे ड्रोन मेले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया सहित कई अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। ए200-एक्सटी एक माइक्रो साइज का मल्टीरोटर ड्रोन है, जिसका वजन 2 किलोग्राम से कम है। यह ड्रोन एक छोटे से क्षेत्र से वर्टिकली टेक ऑफ और लैंड कर सकता है, यानी सीधे ऊपर उड़ सकता है और नीचे उतर सकता है। इसमें पेलोड बदलने की अद्भुत क्षमता है, जो इसे खास बनाती है। जैसे दिन के दौरान यह एक हाई ज़ूम वीडियो कैमरा ले जा सकता है जो रात के समय निगरानी और सुरक्षा उपयोग के लिए थर्मल कैमरे में बदल जाता है। टकराने से बचाने के लिए ए200-एक्सटी अपने सेंसरों की मदद से अपने चारों तरफ नजर रख सकता है और बिना टकराए अपने काम को अंजाम दे सकता है।
नील मेहता, सह-संस्थापक और डायरेक्टर, एस्टेरिया एयरोस्पेस ने कहा कि “यह भारत के लिए गर्व का क्षण है, हम माइक्रो कैटेगरी में पहला स्वदेशी ड्रोन लॉन्च कर रहे हैं, जो 10 गुणा ऑप्टिकल जूम कैमरे के साथ-साथ दिन और रात की निगरानी और सुरक्षा कार्यों के लिए एक स्वैपेबल थर्मल कैमरा के साथ 40 मिनट से अधिक की उड़ान भर सकता है।” मेहता ने आगे बताया कि “इसे पायलट द्वारा आसानी से कहीं भी लाया-ले जाया और संचालित किया जा सकता है और इसमें ओम्नी-डायरेक्शनल (सभी दिशाओं) बाधाओं का पता लगाने और बचाव की क्षमता है, जो इसे किसी भी तरह के संचालन के अनुकूल बनाता है। इस ड्रोन कैमरे का उपयोग सैन्य, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, राज्य स्तरीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों और महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए किया जा सकता है।”
इसमें कई तरह के एडवांस्ड फीचर्स है, ए200-एक्सटी ड्रोन 40 मिनट से अधिक समय तक उड़ान भर सकता है और 4 किमी से अधिक रेंज का विडियो लिंक बना सकता है। इसे सिंगल पायलट एक हैंडहेल्ड कंट्रोलर के माध्यम से उड़ा सकता है, यह पोर्टेबल है और इसे ऑपरेट करना बेहद आसान है, साथ ही इसे तुरंत कहीं भी, कभी भी निगरानी के काम पर लगाया जा सकता है। एस्टेरिया के मिशन कंट्रोल सॉफ्टवेयर से पॉइंट-एंड-क्लिक कमांड दिया जा सकता है साथ ही इसका ग्राफिकल यूजर इंटरफेस इस्तेमाल करने में बेहद आसान है। ए200-एक्सटी, एस्टेरिया के जेनेसिस क्लाउड प्लेटफॉर्म के साथ भी जुड़ा रह सकता है, जो इसे दूर दराज के इलाकों से रीयल-टाइम उड़ान संचालन प्रबंधन (फ्लाइट ऑपरेशन मैनेजमेंट) की क्षमता प्रदान करता है। ए200-एक्सटी ड्रोन का उड़ान संचालन, सिंगल क्लिक टेक ऑफ और सिंगल क्लिक रिटर्न टू लॉन्च / लैंड के साथ पूरी तरह से स्वचालित हैं। लो-बैटरी, कम्यूनिकेशन लिंक के टूटने या फिर महत्वपूर्ण नेविगेशन सेंसर को नुकसान होने के बावजूद इसका ‘इंटीग्रेटेड फेलसेफ फ्लाइट मोड’ इसे सुरक्षित रखता है।
एस्टेरिया एयरोस्पेस लिमिटेड, जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। पिछले 10 वर्षों से, एस्टेरिया माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ’आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को डिजाइन और साकार करने की दिशा में काम कर रही है। स्वदेशी रूप से ड्रोन का निर्माण और भारतीय ड्रोन उद्योग में अग्रणी में से एक है। इसके उत्पादों और समाधानों का भारतीय सशस्त्र बलों, सीएपीएफ, कानून प्रवर्तन एजेंसियों, नागरिक सरकारी एजेंसियों और निजी क्षेत्र की कंपनियों द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
 

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