नई दिल्ली । दक्षिण अफ्रीका से निकले कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने भारत सहित दुनिया भर में चिंताएं बढ़ा दी हैं।ओमिक्रॉन के संभावित खतरे से निपटने दिल्ली सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम ओमिक्रॉन के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
केजरीवाल ने कहा कि यदि जरूरी हुआ,तब हम आवश्यक प्रतिबंध भी लगाएंगे। फिलहाल किसी तरह की पाबंदी लगाने की जरूरत नहीं है।साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलने पर फैसला स्कूलों की शीतकालीन छुट्टी खत्म होने के बाद लिया जाएगा।केजरीवाल ने दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य प्रशिक्षित शिक्षकों के मार्गदर्शन में दिल्लीवासियों को नियमित रूप से योग का अभ्यास करने में मदद करना है। मुख्यमंत्री द्वारा मोबाइल फोन नंबर लांच किया गया जिस पर लोग मिस्ड कॉल दे सकते हैं और योग शिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि 25-25 के समूह में लोग नंबर पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं, दिल्ली सरकार उन्हें शिक्षक मुहैया कराएगी। उन्हें योग का अभ्यास करने के लिए पार्क या सामुदायिक हॉल जैसी जगह की पहचान करनी होगी।"
केजरीवाल ने कहा था कि ओमिक्रॉन के खतरे को देखकर हमें जिम्मेदार सरकारों के रूप में तैयार रहने की जरूरत है, जहां तक बेड का सवाल है,हमारी सरकार ने 30,000 ऑक्सीजन बेड तैयार किए हैं और इनमें से लगभग 10,000 आईसीयू बेड हैं। इसके अलावा 6,800 आईसीयू बेड्स निर्माणाधीन हैं, जो फरवरी तक तैयार हो जाएंगे। हम हर नगर पालिका वार्ड में 100 ऑक्सीजन बेड्स को 2 हफ्ते के नोटिस पर तैयार कर सकते हैं। दिल्ली में 270 वार्ड हैं, इस तरह से हम 27,000 ऑक्सीजन बेड्स और तैयार कर सकते हैं।इन सभी को मिलकर हम 63,800 बेड्स तैयार कर सकते हैं। केजरीवाल ने कहा कि 32 किस्म की दवाइयां हैं,जिन्हें अलग-अलग तरह से कोरोना के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। इन सारी दवाइयों का 2 महीने का बफर स्टॉक ऑर्डर किया जा रहा है, जिससे किसी भी तरह से दवाइयों की कमी न पड़े और कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन से संबंधित तैयारी भी की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 442 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की अतिरिक्त स्टोरेज सुविधा तैयार की है, जो पिछली लहर के दौरान नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमारे पास ऑक्सीजन उत्पादन की शून्य क्षमता थी।हमारी सरकार ने पीएसए संयंत्र स्थापित किए हैं, जो 121 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन कर सकते हैं। पिछली बार, अस्पताल ऑक्सीजन के लिए एसओएस मैसेज भेज रहे थे।हमारी सरकार ने दिल्ली के सभी ऑक्सीजन टैंक में टेलीमेट्री उपकरण लगाने का निर्देश दिया है, ताकि हमारे वॉर रूम को पता चल सके कि ऑक्सीजन कहां खत्म हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने चीन से 6,000 सिलेंडर आयात किए हैं और तीन निजी 'रीफिलिंग' संयंत्र हैं जो प्रति दिन 1500 सिलेंडर भर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने दो बॉटलिंग संयंत्र लगाए हैं, जो दैनिक आधार पर 1400 सिलेंडर भर सकते हैं।
रीजनल नार्थ
ओमिक्रॉन वैरिएंट से निपटने दिल्ली सरकार ने कसी कमर, ऑक्सीजन और दवाईयों का स्टाक तैयार